नागरिकों की बढ़ रही समस्याएं
वर्धा.वर्धा के सेवाग्राम रोड पर स्थित म्हाडा कॉलोनी के पास अतिक्रमण कर चिकन, मटन की दुकान को बनाया गया है. इस सेवाग्राम हाईवे पर जो यह चिकन, मटन की दुकान है. इसके द्वारा काफी एक्सीडेंट होने के प्रमाण बढ़ गए हैं, क्योंकि लोगों की भीड़ की भीड़ यहां पर लगी रहती है और रोड पर ही लोग गाड़ियों की पार्किंग करते हैं.
म्हाडा कॉलोनी के चौक से बरबड़ी जाने वाले रोड पर अतिक्रमण कर मुर्गियों को रखने के लिए दुकानों का भी निर्माण किया गया है. जिसकी वजह से म्हाडा कॉलोनी जो की एक रहवासी एरिया है. यहां पर गंदगी, दुर्गंध का साम्राज्य बढ़ गया है. जो मुर्गियों के पर,मरी हुई मुर्गी और कटे हुए चिकन का जो वेस्टेज मटेरियल है उसे भी यही फेंका जाता है. जिसके वजह से आवारा कुत्तों का जमाव हमेशा यहां बना रहता है.
जो कि आम नागरिकों को इन कुत्तों के द्वारा काटने का भी प्रमाण यहां पर बढ़ गया है. चिकन, मटन की दुकान की वजह से जो गंदगी यहां पर फैल रही है. उससे बीमारी हो रही है और बड़ी बीमारी होने की भी आशंका है. जिससे छोटे बच्चे वह बुजुर्गों के स्वास्थ्य के लिए खतरा है.बरबडी ग्राम पंचायत हो या डिपार्टमेंट को निवेदन देने के बावजूद भी इनके तरफ से यह अतिक्रमण हटाने के लिए किसी प्रकार की कोई ठोस कार्रवाई अब तक नहीं की गई है.
समझ में नहीं आ रहा है कि प्रशासन इस चिकन, मटन की दुकान वालों को क्यों पनाह दे रहा है.क्या किसी प्रकार की अंदरूनी मिलीभगत है यह सोचने वाली बात है.क्योंकि नागरिकों के स्वास्थ्य को खतरे में डालकर अतिक्रमण कर के खुले में मटन व चिकन अवैध तरीके से बेचने वाले इन लोगों पर प्रशासन और अधिकारी किसी प्रकार की कार्रवाई नहीं कर रहे हैं. और जब भी उनसे सवाल पूछा जाए तो वह गोल-गोल जवाब देकर कार्रवाई करने की बात को टालमटोल करते रहते हैं.
क्या नागरिकों के स्वास्थ्य और उनकी सुरक्षा और उनके जीवन से बढ़कर किसी अतिक्रमण करके शासकीय जगह पर अतिक्रमण करके चिकन व मटन की दुकानों को खोलकर जिसमें कि किसी भी प्रकार की जो चिकन और मटन बेचा जा रहा है इसका कोई भी डॉक्टर सर्टिफिकेट नहीं है.
वह खाने के लिए स्वास्थ्य पूर्ण है कि नहीं ऐसा कोई भी मापदंड उन दुकानों पर नहीं है फिर भी ऐसे लोगों को प्रशासन व प्रशासकीय अधिकारी क्यों शरण दे रहे हैं और क्यों उन पर किसी प्रकार की कोई कार्रवाई नहीं की जा रही. यह सोच का विषय है. नागरिकों की समस्या का समाधान करना यह प्रशासन का पहला काम है.
शासकीय रोड पर से अतिक्रमण हटाना भी यह प्रशासन का काम है. नागरिकों की इस समस्या का जल्द से जल्द हल नहीं निकल गया तो जल्द से जल्द मुख्यमंत्री महोदय तक इस बात को पहुंचाया जाएगा और उनसे इस बारे में निष्पक्ष जांच के लिये व दोषी अधिकारियों पर कार्रवाई की मांग भी की जाएगी,ऐसा म्हाडा कॉलोनी के निवासियों का कहना है. इस गंदगी से होने वाली बीमारी के द्वारा अगर किसी की जीवित हानि होती है. तो इसके दोषी प्रशासकीय अधिकारी ही होंगे ऐसा यहां के नागरिकों का कहना है.अगली खबर के लिए यहां क्लिक करेंI