लाखनी।
शहर में हाईवे नंबर 47 (पुराना 6) पर फ्लाईओवर का निर्माण पिछले 2 वर्षों से जेएमसी कंपनी के माध्यम से चल रहा है। एच निर्माण केन्द्रित लोहे की प्लेट 36Z9784 चौपहिया पर गिर गई, जिससे चौपहिया वाहन क्षतिग्रस्त हो गया। लेकिन चार पहिए क्षतिग्रस्त हो गए। कार मालिक और जे.एम.सी. नुकसान का निपटारा होने के कारण कोई शिकायत दर्ज नहीं कराई गई थी। राष्ट्रीय राजमार्ग 47 के सिटी सेंटर से गुजरने के कारण हादसों की संख्या बढ़ गई थी। इसलिए फ्लाईओवर की मांग लगातार बढ़ रही थी। तत्कालीन केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने लोगों की मांगों पर विचार करते हुए पूर्व विधायक बाला काशीवार के प्रयास से केसलवाड़ा फाटा से लखनी कब्रिस्तान तक फ्लाईओवर को मंजूरी दी। ई-निविदा द्वारा फ्लाईओवर निर्माण का ठेका कंपनी मुंबई को दे दी गई है। जब से हाईवे के बीचो-बीच फ्लाईओवर का निर्माण पिछले 2 साल से चल रहा है, सर्विस रोड के दोनों ओर ट्रैफिक शुरू हो गया है।
सर्विस रोड पर भारी ट्रैफिक के कारण गड्ढे हो गए हैं। इससे यातायात बाधित होता है। फ्लाईओवर का निर्माण दिन रात शुरू होता है। 10 सितंबर की शाम चार पहिया नंबर एम. एच हालांकि 36 जेड9784 हाईवे से गुजरते समय फ्लाईओवर से लोहे की सेंटरिंग प्लेट अचानक फ्लाईओवर से गिर जाने से चौपहिया क्षतिग्रस्त हो गया, लेकिन निर्माण कंपनी और वाहन मालिक के बीच आर्थिक समझौता होने से मामला वहीं सुलझ गया। कंपनी की लापरवाही सामने आई है और भविष्य में ऐसी घटनाएं नहीं होनी चाहिए। इसके लिए निर्माण कंपनी को ध्यान देने की जरूरत है और फ्लाईओवर निर्माण क्षेत्र में सुरक्षा गार्ड तैनात करने और क्षेत्र में अस्थायी दीवारें स्थापित करने की आवश्यकता है।