सावनेर।
पीछले कुछ दिनो से जारी बारीश के कारण तालुका के सभी छोटे बडे तालाब लबालब होकर ओवरफ्लो की स्थीती में है। बुधवार को दिनभर व रात में हुई झमाझम बारीश के कारण पहले से ही भरकर बह रहे नदी नालो में अचानक उफान आने से कोलार नदी का जलस्तर बढने लगा। रात करिब 12 बजे से किल्लापुरा, शिवमंदिर परीसर,भोई पुरा, आंबेडकर वार्ड, यशवंत बाबा नगर सहीत अनेक निचली बस्तीयो में जलजमाव शुरु होने लगा वही नगर प्रशासन भी हरकत में आकर नागरिकोको सुरक्षित स्थान पर जाने और पहुचाने की व्यवस्था करने में जुट गया। देर रात अचानक कोलार नदी का जलस्तर बढने से तथा विद्युत आपुर्ती करने वाले डीपी और ट्रान्सफॉर्मर पानी मे डुबने से विद्युत आपुर्ती पुरी तरह बंद करनी पडी जीससे नागरिको को अपने घर से सामान निकालने में काफी दिक्कतो का सामना करना पडा। एक अनुमान के तौरपर निचली बस्तीयो के करिबन सौ से ज्यादा घरो में बाढ का पानी घुसने से तथा अनेक घरो की दिवारे तक ढह जाने से काफी नुकसान हुआ। शहर के सुभाष प्राथमिक शाला, पलिया शारा, अभ्यंकर शाला आदी स्थानोपर लगभग पचास परिवार के सैकड़ों नागरिको को सुरक्षित रखा तो वही इस आकस्मिक बाढ में मधुकर मेश्राम, कल्पना गजभिये, रवी पारसे, लता फाले, पार्वती सहारे, शोभा भगत, रेणुका पाटील, गंगाधर गुजर आदीयोके मकानोमे बाढ का पानी घुसने से बडा नुकसान होने की खबर है।
अचानक आई इस नैसर्गिक आपदा पर नियंत्रण हेतु उपविभागीय अधिकारी अतुल म्हेत्रे के मार्गदर्शनमे नायब तहसीलदार गजानन जवादे, मंडल अधिकारी सुधाकर राठोड, पटवारी गणेश मोरे, न.प.कर्मचारी पंकज छेनीया, सचिन पडलवार, पुरुषोत्तम पांडे, समाजसेवी अमित झोडापे, विजय लाड, राजु बसवार आदी बाढ पिडीतो सहीत निचली बस्तीयो में सर्वेक्षण कार्य जारी है।