हिंगणघाट।
प्रकृति का चमत्कार समय-समय पर दिखाई पड़ता है। मानव कितना भी प्रगति कर ले वो प्रकृति को पार नहीं कर सकता है। इसका ताजा उदाहरण चार पैर वाले मुर्गे का जन्म होते ही सामने आया है। वाघोली स्थीत हरदास तालेवार के घर में मुर्गी ने चार पाव वाले मुर्गे को जन्म दिया है। जो परिसर में चर्चा का विषय बन गया है। इस तरह का प्रकृति का नियम तोड़कर जब कोई अप्रत्याशित बात होती है तो उसकी चर्चा सभी ओर होती है। मानव की मर्यादाएं कितनी है। ये तो तय नहीं है। लेकिन प्रकृति की मर्यादाएं की कोई सीमा नहीं है। वो कब किस रूप में अपना असर दिखाएंगी ये कोई नहीं जानता। निसर्ग के आगे आज भी मानव कुछ भी नहीं है। लेकीन विज्ञान के भरोसे वो निसर्ग को चुनौती देता रहता है। लेकीन आज भी सैकड़ों रहस्य है जिसका अतापता मानव को नहीं हुआ। इसी का एक हिस्सा सामने आया। वाघोली के हरीदास के घर मुर्गी ने चार पैरों वाले मुर्गे को जन्म दिया है। जो सभी के लिए अचरज भरा है।