उपर वहा पहुंच कर उसने जल शुद्धिकरण केंद्र के कुवे में छलांग लगा दी। इस अप्रत्यशीत घटना से केंद्र पर खलबली मच गई । वहा उपस्थीत अधिकारी कर्मचारियों तुरंत पुलीस को इसकी इत्तला दी। पुलीस ने घटना स्थल पर पहुंच कर गोताखोरों की मदत से उसे बाहर निकाला। तब तक राष्ट्रपाल की मौत हो चुकी थी। पुलिस ने इस सदर्भ में आकस्मित मृत्यु के नोद करके पीआई संपत चव्हाण के मार्गदर्शन में आगे की जांच की जा रही है।
समाचार लिखे जाने तक उसके आत्महत्या का कारण ज्ञात नहीं हो सका।