नागपुर मेंट्रों समाचार के द्वारा ई_रिक्शा प्रकरण उठाने के बाद से लेकर इस प्रकरण में जहां नित नए मोंड आते जा रहें हैं,वहीं पर इस प्रकरण को लेकर कन्हान नगर परिषद के उपाध्यक्ष योगेंद्र रंगारी एवं शिवसेना बालासाहेंब गुट के रामटेक विधानसभा उपप्रमुख सुत्तम मस्के के द्वारा द्वारा प्रकरण को लेकर जिलाधिकारी कार्यालय की नगर परिषद शाखा में लिखित शिकायत की गई हैं,जिससे इस प्रकरण में आने वाले समय में और नया कुछ खुलकर आने वाला हैं.
कन्हान नगर परिषद के द्वारा क्रय किए गए ईरिक्शा जो की कन्हान नप की इमारत में ताले के भीतर रखे गए हैं.इस ईरिक्शा को क्रय करने के लिए जहां नप अध्यक्ष से लेकर सभी नगरसेवकों के द्वारा सहमति दी गई थी,वहीं पर इस पुरी प्रक्रिया में तकनिकी एवं प्रशासनिक अधिकारी के रूप में तत्कालिन नप मुख्याधिकारी के रूप में राजेंद्र चिंखलकुंदे कार्यरत थे.कन्हान नप के नागरिकों को स्वच्छता प्रदान करने के लिए तथा घरघर से कचरा संकलन के लिए खरीदी किए जाने वाले ईरिक्शा को लेकर कुल 18 लोगों के द्वारा पुरी भुमिका तैयार की गई थी.ज्ञात हो की जब कोई भी नागरिक बाजार से कुछ भी क्रय करता हैं,तो उस समय उस समान की गुणवत्ता एवं क्षमता आदि को लेकर पुरी तरह से जांच पडताल करके सामान क्रय करता हैं,फिर कन्हान नगर परिषद के सभी 16 नगरसेवकों सहित नप अध्यक्ष एवं नप मुख्याधिकारी के द्वारा 27 लाख 75 हजार की राशि से क्रय किए जाने वाले ईरिक्शा की गुणवत्ता एवं क्षमता को लेकर किसी भी प्रकार की जांच पडताल किए बिना कैसे क्रय किया गया,यह अपने आप में खोज का विषय बनता जा रहा हैं.ईरिक्शा प्रकरण को लेकर कन्हान नप के उपाध्यक्ष योगेंद्र रंगारी सहित सुत्तम मस्के के द्वारा लिखित शिकायत की गई हैं,परंतु इस प्रकरण को लेकर जिलाधिकारी कार्यालय के द्वारा कितनी तेजी एवं समाधान पुर्वक जांच होगी,तथा उस जांच में कितना समय लगेंगा,यह तो समय बताऐंगा.ज्ञात हो की कन्हान नप का गठन होने के बाद से लेकर वर्तमान समय तक कन्हान नप में सबसे अधिक कमाई का विभाग स्वच्छता विभाग ही रहा हैं,तथा कन्हान नप के द्वारा कितनी साफसफाई की जाती हैं,इस उदाहरण पिपरी गाडेंघाट रोड पर स्थित कन्हान नप का डांपिग यार्ड तथा भरी हुई दूषित नालियां सब कुछ बया करती हैं.ज्ञात हो की कन्हान नप ने कन्हान नप सीमा में इतनी साफसफाई की,कि कन्हान नप का 15वें वित्त आयोग की निधी कम पड गई,जिसमें कन्हान नप को साफसफाई के लिए एसडी राशि का प्रयोग करना पडा.कन्हान नप में कितने बगीचों की साफसफाई की गई,सार्वजनिक शौचालय में साफ_सफाई की क्या स्थिती हैं,इस पुरी प्रक्रिया में एकलव्य ट्रडिंग कंपनी देवळी जिला वर्धा की क्या भूमिका हैं,इस कंपनी एवं नप के बीच कितने समय में कितने आर्थिक लेनदेन हुए आदि को लेकर आने वाले अंकों में उत्तर जरूर मिलेंगा.