पिछले करीब हफ्ते भर से लगातार हो रही बारिश से शहर और परिसर में बाढ़ सदृष्य स्थिति हो गई है।
शहर के पास से बहनी वाली वना नदी पूरे उफान पर दिखाई दे रही है। इसका जलस्तर नए बने पुल को छू रहा है। शंकर भगवान मूर्ति का चबूतरा पुरी तरह पानी में आ गया है। एहतियात के तौर पर पुल पर से होने वाले अवागमन को रोक दिया गया है। शहर के नदी किनारे रहिवासियो को सावधानी का इशारा दिया गया है। साथ ही प्रशासन ने नदी किनारे के लोगो को स्थलांतरित करके स्कूल में भेजा है। वना नदी को मिलने वाले बांधो के दरवाजे खोले जाने से नदी के पानी में उफान आ गया है। जिस वजह से बाढ का खतरा हो रहा है। शहर के निशानपुरा वार्ड शीतला माता परिसर और आजूबाजू में बाढ़ का प्रकोप दिखाई देने से प्रशासन ने एहतियात के तौर पर यहा के नागरीको को स्थलातरित करने का काम शुरू किया है।
परिसर के सभी लेआउट का रूपांतर जलाशय में हुआ है। और इस वजह जिन्होंने वहा प्लॉट लिया वे सकते में आ गए है। और मौसम विभाग के निसार और भारी बारिश होने की संभावना देखते प्रशासन ने बाढ़ नियत्रण दल को सक्रिय कर दिया है। प्रशासन ने अब तक 30 परीवारो को स्थांलातर करके आगे की परिस्थितीपर ध्यान केंद्रित किया है। उपविभागीय अधिकारी के मार्गदर्शन में तहसीलदार सतीश मासाल के नेतृत्व में प्रशासन अब अलर्ट मोड़ में आ गया है।