नागपुर। रविवार दोपहर को करीब 1 बजे अंबाझरी झील में दो युवकों की डूबने से मौत हो गई। हालांकि पीड़ित परिजनों और स्थानीय लोगों का यह मानना है की यह मौतें कोई हादसा नहीं बल्कि प्रशासन की लपरवाही की वजह से हुई है। झील में डूबने वाले युवकों के नाम इंदौरा चौक निवासी मिहिर शरद उके (19) और लश्करीबाग निवासी चंद्रशेखर किशोर वाघमारे (20) है। चूंकि अंबाझरी झील में कोई बाड़ नहीं है, इसलिए पास से चलने वाला हर कोई व्यक्ति सीधे पानी में जा सकता है। नागपुर महानगरपालिका ने कुछ संगठनों को अंबाझरी झील में बच्चों को तैरना सिखाने की अनुमति भी दी है। अंबाझरी के दूषित जल व जल स्तर को देखते हुए मनपा प्रशासन ने झील में तैरने की अनुमति देने में कोई गंभीरता नहीं दिखाई है। अन्य शिक्षार्थियों को पानी में तैरते हुए देखकर, कई लोग तैरने के प्रलोभन का विरोध नहीं कर पाते। इसलिए, भले ही वे झील में तैर नहीं सकते हैं, लेकिन आकर्षण के तौर पर पानी में कूद जाता है। जल स्तर बढ़ने के कारण डूबने के कई मामले इसके पहले भी सामने आ चुके हैं। रविवार दोपहर करीब 12 बजे मिहिर उके, चंद्रशेखर वाघमारे, अक्षय मेश्राम और बंटी सभी अंबाझरी झील पर घूमने आए थे। चारों सहपाठी हैं। वह रविवार की छुट्टी अंबाझरी में बिताने की तैयारी कर रहे थे। मिहिर उके ने अन्य तीनों को पानी में तैरने के लिए प्रोत्साहित किया। मिहिर ने पहले पानी में छलांग लगाई। समय रहते तीनों दोस्त पानी में कूद पड़े। लेकिन, मिहिर गहरे पानी में चला गया और समूह में खाने लगा। उन्होंने चंद्रशेखर को पुकारा, “बचाओ…बचाओ…”। वह अपने दोस्त को बचाने के लिए पानी में कूद गया। तैरना नहीं आने के कारण दोनों डूब गए। एक स्थानीय नागरिक ने अंबाझरी पुलिस और दमकल विभाग को सूचना दी। एक घंटे की मशक्कत के बाद दोनों युवकों के शवों को पानी से बाहर निकाला गया। पुलिस ने मामले में आकस्मिक मौत दर्ज की है और जांच प्रक्रिया प्रारंभ कर दी है।