नागपुर। (नामेस)। अपना क्रेडिट बढ़ाकर एनओसी पाने और दूसरी कम्पनी का क्रेडिट खराब करने के उद्देश्य से 3,04,90,762 रुपये का चेक बाउंस कराने का मामला अंबाझरी थाने में दर्ज किया गया. चेक मिलने के बाद कर्जदार कम्पनी का हिसाब-किताब साफ-सुथरा दिखने पर कम्पनी को शक हुआ. आरोपियों में श्रद्धा हाउस, मोहिनी कॉम्प्लेक्स निवासी शक्ति रॉय और लेक सिटी, कोलकाता निवासी हेमंत कनोजिया के नाम शामिल हंै. प्राप्त जानकारी के अनुसार, फरियादी राणाप्रतापनगर निवासी योगेश ज्ञानेश्वरे नागपुर (42) ने पुलिस को अपनी शिकायत में बताया कि उन्होंने शक्ति रॉय की कम्पनी से 2015 में 6 मशीनें खरीदने का करार किया था. इसके लिए उन्होंने कम्पनी से 7.50 करोड़ का करार किया था, लेकिन कम्पनी के साथ किया प्रोजेक्ट रद्द होने से शक्ति द्वारा कुछ मशीनों को बेचकर वसूली कर ली. हालांकि योगेश की कम्पनी को बताया गया कि अब भी उन पर 98,65,194 रुपये का कर्ज बकाया है. योगेश ने कम्पनी की बाकी बची मशीनें बेचकर अधिकतम रकम चुका दी और लिखित रूप से जानकारी दी कि अब उन पर 13,429 रुपये ही बकाया है. बाद में योगेश की कम्पनी ने 14,000 रुपये जमा करके सारा कर्ज चुका दिया.
5.43 करोड़ बकाया बताकर दिया 3.04 करोड़ का चेक
इसके बाद योगेश की कम्पनी ने शक्ति रॉय की कम्पनी से एनओसी के लिए पत्र-व्यवहार किया तो उन्हें बताया गया कि उन पर 54,30,21,280 रुपये का कर्ज बताया है. इसके बाद आरोपियों ने योगेश के ब्लैंक चेक पर 3,04,90,762 रुपये की रकम लिखकर बैंक में दे दी. हालांकि चेक बाउंस हो गया. बाद में जांच में सामने आया कि योगेश की कम्पनी ने शक्ति रॉय और बाकी आरोपियों के साथ पारदर्शक व्यवहार किया था. यह सारा खेल योगेश की कम्पनी को नुकसान पहुंचाने और बदनामी के लिए किया गया था. पुलिस ने विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है.