नई दिल्ली. केंद्र सरकार द्वारा प्रस्तावित कृषि कानून वापसी बिल संसद के दोनों सदनों से पास हो चुके हैं. इसके बाद खबर आई कि किसान अब आंदोलन को समाप्त कर घर वापसी कर रहे हैं. इसको लेकर भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने साफ किया है कि किसानों की वापसी को लेकर अफवाह फैलाई जा रही है. राकेश टिकैत ने कहा, एमएसपी गारंटी कानून और किसानों पर मुकदमा वापस किए बिना कोई किसान यहां से नहीं जाएगा. 4 दिसंबर, शनिवार को संयुक्त किसान मोर्चा की बैठक है. उन्होंने कहा कि शनिवार की मीटिंग में हम आंदोलन की आगे की रूपरेखा पर चर्चा करेंगे. बता दें कि दिल्ली की सीमाओं पर पिछले एक साल से संयुक्त किसान मोर्चा के नेतृत्व में किसान आंदोलन चल रहे हैं.किसानों की मांग रही कि केंद्र सरकार द्वारा पारित तीनों किसान कानून वापस लिये जाएं. इसको देखते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने 19 नवंबर को देश के नाम संबोधन में तीनों कृषि कानूनों को वापस लेने का ऐलान किया. हालांकि अब किसान संगठन की मांग है कि सरकार एमएसपी पर गारंटी कानून बनाये तब किसान अपना आंदोलन खत्म करेंगे.
आंदोलन जारी रहेगा: टिकैत
सोमवार को तीन कृषि कानूनों की वापस पर राकेश टिकैत ने कहा था, ‘जिन 700 किसानों की मृत्यु हुई उनको ही इस बिल के वापस होने का श्रेय जाता है. एमएसपी भी एक बीमारी है. सरकार व्यापारियों को फसलों की लूट की छूट देना चाहती है. आंदोलन जारी रहेगा’.