गोंदिया:
राज्य परिवहन निगम के कर्मचारी को दिवाली के लिए ढाई हजार का बोनस दिया गया. पहले ही कम वेतन पर काम करने वाले कर्मचारियों को नियमित वेतन नहीं दिया जा रहा है. उसमें भी दिवाली के लिए इतना कम बोनस देकर राज्य सरकार ने राज्य शासन ने कर्मचारी को चुप कराने का प्रयास किया है. इससे कर्मचारियों में भारी रोष है. इतना ही नहीं, जिले के गोंदिया वह तिरोड़ा डिपो के कर्मचारियों ने रविवार से अनिश्चितकालीन काम बंद आंदोलन शुरू किया है. जब तक निगम का शासन में विलय नहीं होता तब तक आंदोलन वापस नहीं लिया जाएगा, ऐसे ही भूमिका आंदोलनरत कर्मचारियों ने अपना रखी है.इस संबंध में कर्मचारी संगठन के अध्यक्ष सईद शेख ने कहा कि दिवाली के लिए कर्मचारियों को ढाई हजार का बोनस देकर उनका मजाक उड़ाया गया है. महंगाई सभी को दिखाई दे रही है. इस ढाई हजार रुपे में दिवाली कैसे मनाएं, जिससे निगम का शासन में विलय करना यही एकमात्र उपाय है. राज्य परिवहन निगम के चालक-परिचालक को वर्तमान में लगभग 14 हजार वेतन है. इससे से ही उन्हें परिवार का गुजारा करना पड़ता है. वहीं दूसरी ओर शासकीय कार्यालय के चपरासी को लगभग 30 से 40 हजार वेतन मिलता है. जिससे चपरासी की अपेक्षा कम वेतन पर राज्य परिवहन निगम के चालक परिचालक काम कर रहे हैं. इसमें भी उन्हें नियमित वेतन नहीं होने से कर्ज के बोझ में फंस कर जीवन जीना पड़ रहा है.चालक परिचालक क्या कर रहे इस संबंध में परिचालक महेश गवली के अनुसार हमें ढाई हजार का बोनस दिया गया. इतनी छोटी रकम से कुछ नहीं होता. महंगाई ने सभी की कमर तोड़ दी है. शासन को ढाई हजार रुपए बोनस देते समय विचार करने की जरूरत थी. इसी तरह चालक वहीद शेख के अनुसार ढाई हजार रुपये में छोटे बच्चों के लिए कपड़े की खरीदी भी नहीं हो सकती. महंगाई से सभी त्रस्त है.
गोंदिया और तिरोडा डिपो कर्मचारियों की संख्या अधिक
जिले में महाराष्ट्र राज्य परिवहन निगम के गोंदिया व तिरोडा डिपो में बड़ी संख्या में अधिकारी और कर्मचारी कार्यरत है. इसमें गोंदिया डिपो में 5 अधिकारी, 129 चालक.96 परिचालक व 77 अन्य कर्मचारी है. इसी तरह रापिन तिरोडा डिपो में 1 अधिकारी, 68 चालक, और 55 परिचालक व अन्य कर्मचारियों का समावेश है.