एशिया कप 2025 के फाइनल में भारत की पाकिस्तान पर जीत के बाद एक बड़ा विवाद खड़ा हो गया है. एशियाई क्रिकेट परिषद (ACC) के अध्यक्ष और पाकिस्तान के गृह मंत्री मोहसिन नकवी ने विजेता भारतीय टीम को ट्रॉफी देने से इनकार कर दिया और ट्रॉफी लेकर चले गए. अब इस मामले में नकवी की तरफ से एक नई शर्त रखी गई है.
क्या है पूरा मामला?
रविवार को हुए फाइनल मैच में भारत ने पाकिस्तान को हराकर खिताब जीता. मैच के बाद प्रेजेंटेशन सेरेमनी में भारतीय टीम ने मोहसिन नकवी के हाथों से ट्रॉफी लेने से इनकार कर दिया था. टीम इंडिया का कहना था कि वे किसी न्यूट्रल अधिकारी से ट्रॉफी लेना चाहेंगे. इस बात पर विवाद हुआ और नकवी प्रेजेंटेशन सेरेमनी से ट्रॉफी और मेडल लेकर चले गए. इस वजह से भारतीय टीम को बिना ट्रॉफी के ही जीत का जश्न मनाना पड़ा.
नकवी की नई शर्त
ताजा रिपोर्ट्स के मुताबिक, मंगलवार को हुई ACC की मीटिंग में जब BCCI के अधिकारियों ने ट्रॉफी वापस करने की मांग की, तो मोहसिन नकवी ने एक नई शर्त रख दी. उन्होंने कहा है कि अगर भारतीय टीम ट्रॉफी चाहती है, तो कप्तान सूर्यकुमार यादव को खुद दुबई में ACC के दफ्तर आकर कप लेना होगा.
BCCI का कड़ा रुख
BCCI ने नकवी के इस रवैये पर कड़ी आपत्ति जताई है और इसे अस्वीकार्य बताया है. BCCI के उपाध्यक्ष राजीव शुक्ला ने मीटिंग में साफ कहा कि ट्रॉफी विजेता टीम को सौंपी जानी चाहिए और यह ACC की ट्रॉफी है, किसी एक व्यक्ति की नहीं. BCCI इस मामले की शिकायत ICC में भी करने की तैयारी में है.
सूर्यकुमार यादव ने क्या कहा?
भारतीय कप्तान सूर्यकुमार यादव ने इस घटना पर हैरानी जताते हुए कहा कि उन्होंने अपने क्रिकेट करियर में ऐसा कभी नहीं देखा कि एक चैंपियन टीम को उसकी ट्रॉफी से वंचित कर दिया गया हो. उन्होंने यह भी साफ किया कि नकवी से ट्रॉफी न लेने का फैसला मैदान पर पूरी टीम ने मिलकर लिया था और इस पर BCCI या सरकार की तरफ से कोई दबाव नहीं था.
इस घटना के बाद क्रिकेट जगत में काफी नाराजगी है और मोहसिन नकवी की काफी आलोचना हो रही है. अब देखना यह है कि यह विवाद कैसे सुलझता है और भारतीय टीम को उसकी जीती हुई ट्रॉफी कब मिलती है.