हैदराबाद: भारतीय क्रिकेट के उभरते सितारे, तिलक वर्मा की कहानी सिर्फ एक क्रिकेटर की नहीं, बल्कि संघर्ष, त्याग और अटूट दृढ़ संकल्प की कहानी है। एक साधारण परिवार से आने वाले तिलक ने तमाम मुश्किलों का सामना करते हुए खुद को साबित किया है और आज वह भारतीय टीम के प्रमुख खिलाड़ी बन गए हैं।
आर्थिक तंगी से भरा बचपन
- तिलक वर्मा का जन्म हैदराबाद के एक बेहद साधारण परिवार में हुआ था। उनके पिता नंबूरी नागराजू एक इलेक्ट्रीशियन थे, जिनकी आय परिवार का खर्च चलाने के लिए मुश्किल से ही पर्याप्त थी।
- क्रिकेट खेलने के लिए आवश्यक महंगे उपकरण और प्रशिक्षण का खर्च उठाना उनके परिवार के लिए लगभग असंभव था।
- तिलक को अक्सर आर्थिक परेशानियों के कारण अपने सपनों से समझौता करना पड़ता था।
कोच सलाम बयाश का फरिश्ता बनकर आना
- तिलक की प्रतिभा को उनके बचपन के कोच सलाम बयाश ने पहचाना। उन्होंने देखा कि इस लड़के में क्रिकेट के लिए जुनून और अपार प्रतिभा है।
- आर्थिक तंगी के बावजूद, सलाम बयाश ने तिलक को ट्रेनिंग देना जारी रखा। उन्होंने खुद अपनी गाड़ी पर तिलक को रोज 40 किलोमीटर दूर क्रिकेट अकादमी ले जाया करते थे।
- उन्होंने तिलक के प्रशिक्षण, पढ़ाई और क्रिकेट किट का खर्च भी खुद उठाया। कोच के इसी त्याग और समर्पण ने तिलक के करियर को एक नई दिशा दी।
डोमेस्टिक क्रिकेट में शानदार प्रदर्शन
- तिलक ने कड़ी मेहनत और लगन से अपने खेल को निखारा। उन्होंने घरेलू क्रिकेट में लगातार शानदार प्रदर्शन किया।
- 2017 की अंडर-16 विजय मर्चेंट ट्रॉफी में वह 960 रनों के साथ सर्वाधिक रन बनाने वाले खिलाड़ी रहे।
- इसके बाद, उन्होंने अंडर-19 और हैदराबाद की सीनियर टीम में भी बेहतरीन प्रदर्शन किया, जिससे उनकी प्रतिभा की पहचान होने लगी।
IPL से चमकी किस्मत
- 2022 के आईपीएल ऑक्शन में मुंबई इंडियंस ने तिलक वर्मा की प्रतिभा को पहचाना और 1.7 करोड़ रुपये की मोटी रकम देकर उन्हें अपनी टीम में शामिल किया।
- यह उनके जीवन का टर्निंग पॉइंट था। आईपीएल में शानदार प्रदर्शन करके उन्होंने न सिर्फ अपनी बल्लेबाजी का लोहा मनवाया, बल्कि अपने परिवार की आर्थिक स्थिति भी सुधारी।
- उन्होंने अपनी पहली आईपीएल सैलरी से अपने माता-पिता के लिए एक घर खरीदा, जिससे उनके संघर्ष की कहानी और भी प्रेरणादायक बन गई।
अंतरराष्ट्रीय डेब्यू और एशिया कप में कमाल
- तिलक वर्मा ने अगस्त 2023 में भारतीय टीम के लिए टी20 अंतरराष्ट्रीय में डेब्यू किया।
- वह अपनी परिपक्व बल्लेबाजी और दबाव में शांत रहने की क्षमता के लिए जाने जाते हैं।
- उन्होंने हाल ही में एक मैच में 69 रनों की शानदार पारी खेली, जिससे भारत ने पाकिस्तान को हराया। इस मैच में वह भारत के लिए हीरो बनकर उभरे और पूरे देश में उनकी तारीफ हुई।
तिलक वर्मा की कहानी साबित करती है कि अगर आप में प्रतिभा और जुनून है, तो कोई भी आर्थिक बाधा आपके सपनों को साकार करने से नहीं रोक सकती। उनका संघर्ष और सफलता लाखों युवाओं के लिए प्रेरणा का स्रोत है।