
दिल्ली के लिए अच्छी खबर है, क्योंकि यमुना नदी का जलस्तर अब खतरे के निशान (205.33 मीटर) से नीचे आ गया है। पिछले कुछ दिनों से लगातार हो रही भारी बारिश और हरियाणा के हथिनीकुंड बैराज से पानी छोड़े जाने के कारण यमुना का जलस्तर तेजी से बढ़ा था, जिससे राष्ट्रीय राजधानी में बाढ़ का खतरा मंडरा रहा था।
बाढ़ से प्रभावित क्षेत्र:
- जलस्तर में वृद्धि के कारण यमुना बाजार, मॉनेस्ट्री मार्केट, गीता कॉलोनी, मजनू का टीला और वासुदेव घाट जैसे कई निचले इलाके जलमग्न हो गए थे।
- हजारों लोगों को सुरक्षित स्थानों और राहत शिविरों में पहुंचाया गया था।
- पुराने रेलवे पुल को यातायात के लिए बंद करना पड़ा था, और आउटर रिंग रोड के कुछ हिस्सों पर भी वाहनों की आवाजाही प्रभावित हुई थी।
वर्तमान स्थिति:
- हालांकि, अब जलस्तर घटने से स्थिति सामान्य हो रही है और प्रभावित इलाकों में पानी उतरने लगा है।
- अधिकारियों ने बताया है कि निगमबोध घाट को भी दाह संस्कार के लिए दोबारा खोल दिया गया है, जिसे बाढ़ के कारण बंद करना पड़ा था।
- राहत और बचाव कार्य जारी हैं और लोगों को उनके घरों में वापस लौटने में मदद की जा रही है।
गौरतलब है कि हाल ही में, यमुना नदी का जलस्तर 207.48 मीटर तक पहुंच गया था, जो 1978 के बाद का तीसरा सबसे ऊंचा स्तर था। 2023 में यमुना ने 208.66 मीटर के रिकॉर्ड स्तर को छू लिया था।