नई दिल्ली। (एजेंसी)।
जम्मू-कश्मीर में गैर-मुस्लिमों और बाहरी लोगों को आतंकियों द्वारा निशाना बनाए जाने के बाद भारी मात्रा में प्रवासी मजदूर घाटी को छोड़ने लगे हैं. उधर, खबर है कि घाटी में आतंकियों की ओर से लगातार टारगेट किलिंग की घटनाओं को अंजाम देने वाले आतंकियों की निगरानी कर रहे केंद्रीय गृह मंत्रालय ने केंद्रीय रिजर्व सुरक्षा बल (सीआरपीएफ) के महानिदेशक (डीजी) कुलदीप सिंह को जम्मू-कश्मीर भेजा है. कुलदीप सिंह सीआरपीएफ के अलावा राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) के भी डीजी का कार्यभार संभाल रहे हैं.
समाचार एजेंसी एएनआई के एक ट्वीट के अनुसार, आतंकवादियों द्वारा गैर-कश्मीरियों की टारगेट किलिंग की हालिया घटनाओं के बाद कश्मीर के श्रीनगर से प्रवासी श्रमिकों भारी संख्या में रवाना होने लगे हैं. राजस्थान के एक प्रवासी मजदूर ने बताया कि यहां स्थिति खराब हो रही है. हम डरे हुए हैं, हमारे साथ बच्चे हैं और इसलिए अपने घर वापस जा रहे हैं.
उधर, गृह मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों का कहना है कि मामले को लेकर गृह मंत्रालय पूरी स्थिति पर नजर बनाए हुए है. वहीं जम्मू-कश्मीर में खुफिया एजेंसी आईबी, एनआईए, सेना और सीआरपीएफ के वरिष्ठ अधिकारी लगातार कैम्प कर रहे हैं. भारतीय एजेंसियों के इन अधिकारियों की पैनी नजर मामले से जुड़े एक-एक खुफिया इनपुट पर बनी हुई है.
मीडिया की रिपोर्ट्स के अनुसार, जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा बलों की ओर से लगातार चलाए जा रहे सर्च अभियान के चलते आतंकियों और उनके आका बौखला गए हैं. खासकर, सुरक्षा बलों के इस अभियान का असर पाकिस्तान के हुक्मरानों पर देखने को अधिक मिल रहा है. बौखलाहट में कश्मीर के मामलों में लगातार टांग अड़ाने वाले पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान भारत के खिलाफ आग उगलने से बाज नहीं आ रहे हैं.
मेरे राज्यपाल रहते कोई आतंकी
श्रीनगर में घुस नहीं सका : मलिक
नई दिल्ली। घाटी में गैर कश्मीरी लोगों की हत्या ने पूरे देश को हिला कर रख दिया है। इस मामले भारतीय जनता पार्टी अपनों से ही घिरती नजर आ रही है। पहले बिहार के सीएम नीतीश कुमार इस संदर्भ में सरकार पर सवाल उठा चुके हैं तो अब मेघालय के राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा, ‘मेरे राज्यपाल रहते कोई भी श्रीनगर की 50 से 100 किलोमीटकर की सीमा में कोई भी आतंकवादी प्रवेश नहीं कर सका। लेकिन अब श्रीनगर में आतंकी गरीबों की हत्या कर रहे हैं। यह वास्तव में दुखद है।’
सत्य पाल मलिक ने आगे कहा, ‘मैंने जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल से बात की है और हाल ही में हुई हत्याओं पर चिंता जताई है। साफ है कि कुछ लोग जम्मू-कश्मीर में काम करने गए लोगों को निशाना बना रहे हैं। हमें उम्मीद है कि जम्मू-कश्मीर में प्रवासियों की सुरक्षा के लिए उपाय किए जाएंगे।’