20 जून, 2025 को इज़राइल-ईरान संघर्ष के आठवें दिन में प्रवेश करने के साथ, दोनों देशों के बीच तनाव चरम पर पहुंच गया है। इज़राइल की सेना ने दावा किया है कि उसने रातोंरात ईरान के परमाणु हथियार अनुसंधान और विकास परियोजना के मुख्यालय, SPND, को निशाना बनाया। अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी (IAEA) ने खोंडब भारी जल उत्पादन संयंत्र में इमारत को नुकसान की पुष्टि की है, जिसमें इसका डिस्टिलेशन यूनिट भी शामिल है। यह जानकारी IAEA ने पहले यह कहने के बाद दी कि शुरुआत में कोई नुकसान “दिखाई नहीं दिया”।
प्रमुख घटनाक्रम:
- इज़राइल के हमले: इज़राइल ने खोंडब में भारी जल अनुसंधान रिएक्टर, जिसे पहले अराक के नाम से जाना जाता था, सहित कई सैन्य और परमाणु सुविधाओं पर हमले किए। इज़राइल का दावा है कि ये हमले ईरान के परमाणु कार्यक्रम को नष्ट करने के लिए किए गए हैं।
- ईरान की प्रतिक्रिया: ईरान ने तेल अवीव और अन्य इज़राइली शहरों में मिसाइल हमले किए, जिसमें एक अस्पताल को भारी नुकसान पहुंचा और 200 से अधिक लोग घायल हो गए।
- IAEA का बयान: IAEA ने पुष्टि की कि खोंडब सुविधा में कोई रेडियोलॉजिकल प्रभाव नहीं हुआ क्योंकि रिएक्टर अभी तक चालू नहीं था। हालांकि, डिस्टिलेशन यूनिट सहित प्रमुख इमारतों को नुकसान पहुंचा।
- इज़राइल का चेतावनी: इज़राइल के रक्षा मंत्री इज़राइल काट्ज़ ने लेबनान के हिजबुल्लाह को चेतावनी दी कि वह इस संघर्ष में शामिल न हो, और कहा कि इज़राइल की “आतंकवादियों” के प्रति सहनशीलता खत्म हो चुकी है।
- अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रियाएं: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने कहा कि वह दो सप्ताह के भीतर यह तय करेंगे कि अमेरिका इस संघर्ष में सैन्य रूप से शामिल होगा या नहीं।
स्थिति का अवलोकन:
यह संघर्ष पिछले एक सप्ताह से चल रहा है, जिसमें दोनों पक्ष एक-दूसरे पर मिसाइलों और ड्रोनों से हमला कर रहे हैं। इज़राइल ने ईरान के परमाणु कार्यक्रम को निशाना बनाने की अपनी रणनीति को तेज कर दिया है, जबकि ईरान ने जवाबी हमलों के साथ प्रतिक्रिया दी है। खोंडब सुविधा पर हमला, जो एक आंशिक रूप से निर्मित भारी जल रिएक्टर को होस्ट करता है, ने परमाणु संकट की आशंकाओं को बढ़ा दिया है।