हर नागरिक ने कभी न कभी सड़क की बदहाली, गड्ढों, अधूरे निर्माण, या ट्रैफिक जाम जैसी समस्याओं का सामना किया है। अक्सर हम सोचते हैं – “क्या करें, कौन सुनेगा?” लेकिन अब टेक्नोलॉजी ने आम नागरिकों को हाथ में एक नई ताकत दी है।
आज ऐसे कई ऐप्स और पोर्टल्स उपलब्ध हैं, जिनकी मदद से आप:
- सड़क निर्माण कार्यों की जानकारी पा सकते हैं
- शिकायत दर्ज करा सकते हैं
- अपनी आवाज़ प्रशासन तक पहुँचा सकते हैं
आइए जानें, कौन से हैं ये प्लेटफ़ॉर्म और कैसे आप इन्हें इस्तेमाल कर सकते हैं।
1. M-Parivahan App
👉 विकास: भारत सरकार का ऐप
👉 उपयोग: वाहन और ट्रैफिक से संबंधित जानकारी, लेकिन कुछ क्षेत्रों में सड़क की स्थिति रिपोर्ट करने की सुविधा भी है
👉 कैसे मददगार:
- ट्रैफिक ब्लॉकेज या डायवर्जन की जानकारी
- सड़क सुरक्षा के सुझाव
- कुछ राज्यों में गड्ढों और सड़क ख़राबी की रिपोर्टिंग का विकल्प
🔗 उपलब्ध: [Google Play Store / iOS App Store]
2. Swachhata App
👉 विकास: Ministry of Housing and Urban Affairs
👉 मुख्य उपयोग: सफाई से संबंधित शिकायतें, लेकिन कुछ नगर निकायों में सड़क से जुड़ी समस्याएं भी इसी से जुड़ी होती हैं
👉 कैसे मददगार:
- टूटे फुटपाथ, सड़क पर कचरा, पानी भराव आदि की शिकायत
- तस्वीर के साथ लोकेशन भेजें
- ट्रैक करें शिकायत की स्थिति
3. नगर निगम के पोर्टल्स और ऐप्स (Smart City Apps)
हर स्मार्ट सिटी के पास अब अपना नागरिक सुविधा ऐप या पोर्टल है, जैसे:
- MCGM 24×7 (मुंबई)
- NDMC 311 (दिल्ली)
- GHMC App (हैदराबाद)
- Namma Bengaluru App
👉 इन ऐप्स में आप:
- सड़क मरम्मत, निर्माण कार्य, गड्ढों की रिपोर्टिंग कर सकते हैं
- लाइव ट्रैकिंग कर सकते हैं
- जवाबदेही तय कर सकते हैं
नोट: अपने शहर का नाम + “Municipal App” सर्च करें।
4. Public Grievance Portal (CPGRAMS)
👉 विकास: भारत सरकार का एक केंद्रीय पोर्टल
👉 कैसे मददगार:
- किसी भी सरकारी विभाग (NHAI, PWD, Municipal Corporations) के खिलाफ शिकायत
- शिकायत का नंबर मिलता है
- जवाब और स्टेटस ऑनलाइन मिलते हैं
5. NHAI’s “Har Path” App
👉 विकास: भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI)
👉 मुख्य उपयोग:
- नेशनल हाइवे पर गड्ढे, टूटी सड़क, जलजमाव, साइन बोर्ड की कमी, आदि की रिपोर्टिंग
- यूज़र फोटो के साथ शिकायत भेज सकते हैं
- रियल टाइम ट्रैकिंग की सुविधा
🔗 डाउनलोड करें: [Google Play Store – Har Path]
6. RTI Portal (Online RTI Filing)
👉 यदि कोई ऐप या पोर्टल शिकायत नहीं सुनता, तो आप RTI (सूचना का अधिकार) का उपयोग कर सकते हैं:
- “इस सड़क का निर्माण कब हुआ?”
- “किस एजेंसी ने कराया?”
- “कितना खर्च हुआ?”
7. सोशल मीडिया: एक नया प्लेटफॉर्म
बहुत बार शिकायत का सबसे तेज़ और असरदार तरीका होता है:
- ट्विटर पर @SmartCity, @RoadsIndia, @NHAI_Official को टैग करना
- #Pothole #BadRoad #SmartCity इत्यादि हैशटैग का इस्तेमाल
- तस्वीर या वीडियो के साथ ट्वीट करने से तुरंत प्रतिक्रिया मिल सकती है
जनता की ताकत अब जेब में है
अब आपको किसी दफ्तर के चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे।
📱 एक ऐप, 📸 एक फोटो, और ✍️ एक क्लिक से आप सिस्टम का हिस्सा बन सकते हैं।
“जब जनता देख रही होती है, तब सिस्टम ज़िम्मेदारी निभाता है।”
निष्कर्ष
सड़क निर्माण और रख-रखाव की जिम्मेदारी प्रशासन की है,
लेकिन निगरानी रखना और ज़िम्मेदार बनाना — जनता की ताकत है।
अगर आपके पास स्मार्टफोन है, तो आपके पास सिस्टम को सुधारने की शक्ति है।
तो अगली बार जब गड्ढा दिखे, आवाज़ उठाइए — क्योंकि बदलाव वहीं आता है, जहां निगरानी होती है।