उत्तराखंड हिमस्खलन: माणा गांव में 14 मजदूरों की सफल बचाव, 4 की मौत, राहत कार्य जारी
उत्तराखंड के चमोली जिले के माणा गांव में 28 फरवरी 2025 को हुए भीषण हिमस्खलन में सीमा सड़क संगठन (BRO) के शिविर पर बर्फ का पहाड़ टूट पड़ा, जिससे 55 मजदूर बर्फ के नीचे दब गए। इस हादसे में अब तक 50 मजदूरों को सुरक्षित निकाला जा चुका है, जबकि 4 की मौत हो गई है और 1 मजदूर अभी भी लापता है।
घटना का विवरण
हिमस्खलन सुबह 5:30 से 6:00 बजे के बीच हुआ, जब मजदूर अपने कंटेनरों और शेड में सो रहे थे। बर्फ के नीचे दबे मजदूरों को निकालने के लिए भारतीय सेना, NDRF, SDRF और स्थानीय प्रशासन ने संयुक्त रूप से बचाव अभियान चलाया। बचाव कार्य में खराब मौसम और भारी बर्फबारी के बावजूद, 14 और मजदूरों को सुरक्षित निकाला गया।
बचाव अभियान की चुनौतियाँ
- प्राकृतिक बाधाएँ: मौसम की खराबी और भारी बर्फबारी ने बचाव कार्य में बाधा उत्पन्न की।
- तकनीकी सहायता: बचाव दल ने विशेष उपकरणों, UAVs, और खोजी कुत्तों की मदद से दबे हुए मजदूरों को खोजा।
- स्वास्थ्य सेवाएँ: घायलों को हेलीकॉप्टर के माध्यम से जोशीमठ और ऋषिकेश के अस्पतालों में पहुँचाया गया।
आगे की राह
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने प्रभावित क्षेत्र का हवाई सर्वेक्षण किया और अधिकारियों को राहत कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिए। उन्होंने मृतकों के परिजनों को हर संभव सहायता का आश्वासन दिया है।