तूफान की विभीषिका
गुरुवार शाम आए इस भीषण तूफान ने जिले भर में कहर बरपाया तेज हवाओं और भारी बारिश के कारण कई स्थानों पर पेड़ और दीवारें गिर गईं, जिससे जान-माल का भारी नुकसान हुआ बिजली आपूर्ति बाधित हो गई, और कई क्षेत्रों में सड़कें अवरुद्ध हो गईं |
प्रशासन की त्वरित प्रतिक्रिया
जिलाधिकारी ने बताया कि सभी मृतकों का पोस्टमार्टम करवा कर उनके परिजनों को मुख्यमंत्री राहत कोष से अनुग्रह अनुदान राशि प्रदान की गई ह। घायलों के इलाज के लिए विशेष चिकित्सकीय टीमों का गठन किया गया ह। बिजली आपूर्ति बहाल करने के लिए 320 से अधिक क्षतिग्रस्त पोल और ट्रांसफार्मरों की मरम्मत का कार्य जारी ह। मुख्य सड़कों से गिरे पेड़ों को हटाकर यातायात बहाल किया गया है, और अन्य मार्गों की सफाई का कार्य प्रगति पर ह।
कृषि और पशुधन को नुकसान
तूफान से न केवल मानव जीवन प्रभावित हुआ, बल्कि कृषि और पशुधन को भी भारी क्षति पहुं पांच पशुओं की मृत्यु हुई है, और फसलों को व्यापक नुकसान हुआ | प्रशासन द्वारा क्षति का आकलन कर प्रभावित किसानों को आपदा प्रबंधन के तहत सहायता प्रदान की जा रही |
सामूहिक संवेदना और आगे की राह
इस प्राकृतिक आपदा ने नालंदा जिले को गहरे शोक में डुबो दियाह। प्रशासन की त्वरित कार्रवाई और राहत कार्यों के बावजूद, यह घटना हमें प्राकृतिक आपदाओं के प्रति सतर्क रहने की आवश्यकता का स्मरण करातीह। आइए, हम सभी मिलकर इस कठिन समय में प्रभावित परिवारों के साथ संवेदना प्रकट करें और उनकी सहायता के लिए आगे एं।