सादगी से मनाएं नवरात्रि उत्सव -जिलाधिकारी

गोंदिया।

जिले में इस वर्ष 7 से 15 अक्टूबर के दौरान नवरात्रि, दुर्गा पूजा में दशहरा का पर्व मनाया जाएगा कोरोना की दूसरी लाहर लगभग खत्म हो चुकी है। लेकिन इसके बावजूद खतरा बरकरार हैं। जिसे देखते हुए नवरात्रि उत्सव के दौरान भारत सरकार द्वारा जारी की गई ‘ब्रेक द चैन ‘ के चयन अंतर्गत सुधारित मार्गदर्शक सूचनाओं का अनुपालन करने संबंधित आदेश जिलाधिकारी नयना गुंडे जारी कीए।
जिसमें कहा गया कि सार्वजनिक दुर्गा उत्सव मंडल द्वारा नगर पालिका, नगर पंचायत और स्थानीय प्रशासन से पूर्व अनुमति लेना आवश्यक हैं। इससे सार्वजनिक पंडालों में स्थापित की जाने वाली मां की प्रतिमा की ऊंचाई 4 फुट घरों में स्थापित की जाने वाली प्रतिमा की ऊंचाई 2 फुट में रखने के निर्देश हैं। इस संदर्भ में यह उल्लेखनीय है कि छत्तीसगढ़ राज्य में प्रतिभाओं की ऊंचाई 8 फुट की अनुमति दी गई है। नवरात्रि उत्सव के लिए श्रद्धालु स्वेच्छा से जो चंदा दे उसे स्वीकार किया जाना चाहिए। इसके अलावा उत्सव मंडलों को स्वास्थ्य विषयक व सामाजिक संदेश देने वाले प्रचार प्रदर्शित करने चाहिए. ‘मेरा परिवार मेरी जिम्मेदारी” अभियान के विषय में जनजागृति की जानी चाहिए। देवी के दर्शनों की सुविधा ऑनलाइन, केबल नेटवर्क, वेबसाइट फेसबुक के माध्यम से उपलब्ध कराने की अधिक से अधिक व्यवस्था की जानी चाहिए।

नहीं होगा गरबा डांडिया का आयोजन-

जारी मार्गदर्शक सूचना में कहा गया है कि नवरात्रि उत्सव के दौरान गरबा डांडिया व अन्य सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन न किया जाए। इसके बजाय स्वास्थ्य विषयक उपक्रम जैसे रक्तदान शिविर, स्वास्थ्य शिविर आदि आयोजित करने को प्राथमिकता दी जाए इस तरह के उपक्रमो के माध्यम से करोना, मलेरिया, डेंगू जैसी बीमारी उसके प्रतिबंधातमक उपायों के साथ ही स्वच्छता के विषय में जन जागृति की जाए।

नियमों का कड़ाई से करें पालन-

आरती, भजन, कीर्तन व अन्य धार्मिक कार्यक्रम के दौरान भीड़ इकट्ठी न हो इसका ध्यान रखा जाना आवश्यक है। साथ ही ध्वनि प्रदूषण संबंधी नियमों का कड़ाई से पालन किया जाना चाहिए। पूजा पंडालों में एक समय में 5 से अधिक व्यक्ति उपस्थित ना रहे। वही खाद्य पदार्थ व पेय पर्दाथो की व्यवस्था नहीं होनी चाहिए। देवी के आगमन व विसर्जन के दौरान जुलूस न निकाले जाए। विसर्जन के दौरान कम से कम समय तक वहां रुके। छोटे बच्चे को वरिष्ठ नागरिक सुरक्षा की दृष्टि से विसर्जन स्थल तक ना जाए। उसी प्रकार दशहरे के दिन रावण दहन का कार्यक्रम भी सभी नियमों का पालन करते हुए किया जाना चाहिए। रावण दहन के लिए जरूरी संख्या में व्यक्ति ही कार्यक्रम स्थल पर उपस्थित रहे। दर्शकों को आमंत्रित ना किया जाए। रावण धहन कार्यक्रम का सोशल मीडिया के माध्यम से प्रशिक्षण किया जाने की व्यवस्था की जानी चाहिए। इसी के साथ कोविड संक्रमण रोकने के लिए शासन के मदद व पूनवर्शन, स्वास्थ्य, पर्यावरण विभाग के साथ ही संबंधित नगर पालिका, नगर पंचायत पुलिस व स्थानीय प्रशासन को नियमों का पालन करवाने की जिम्मेदारी अनिवार्य रूप से में निभानी होगी।

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