नागपुर। (नामेस)।
लगभग 8 माह से बंद पड़े मंदिरों और अन्य धार्मिक स्थलों के पट आज गुरुवार को आखिर खुल ही गए। कोरोना संक्रमण के कारण लंबे समय से धार्मिक स्थल बंद थे। सरकार ने 24 सितंबर को 7 अक्तूबर से धार्मिक स्थलों को खोलने की घोषणा की थी। संयोग से आज ही से नवरात्र-उत्सव भी प्रारंभ हुआ है।
सरकार द्वारा नवरात्रि पर्व की पृष्ठभूमि में भक्तों के लिए मंदिर खोलने के निर्णय के साथ ही माता के मंदिरों में तैयारियों को कल ही अंतिम रूप दे दिया गया। आज देवी के मंदिरों में घट-स्थापना भी की गई। शहर के टेकड़ी गणेश मंदिर, सार्इंबाबा मंदिर सहित अन्य मंदिर में लंबे समय बाद मंदिरों के खुलने के बाद भारी भीड़ देखने को मिली।
श्री आग्याराम देवी मंदिर
श्री आग्याराम देवी मंदिर में नवरात्रि उत्सव आज से प्रारंभ हो गया। मंदिर में भक्तों के स्वागत के लिए पंडाल लगाए गए हैं। मंदिर के आंतरिक भाग को सजाया गया है। भक्तों द्वारा चढ़ाया गया 92 किलो का चांदी का मंदिर आकर्षण का केंद्र होगा। इस चांदी के मंदिर के निर्माण के लिए कोल्हापुर से शिल्पकार आए थे। गणेशपेठ थाने की ओर से नवरात्रि पर्व पर सुरक्षा मुहैया कराई गई है। यहां 87 पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है। इसके अलावा श्रद्धालुओं के लिए स्वास्थ्य सेवाएं भी मुहैया कराई गई हैं।
श्री गीता मंदिर
कॉटन मार्किट स्थित श्री गीता मंदिर में हर साल मनोकामना की अखंड ज्योति सामूहिक रूप से प्रज्वलित की जाती है। इस बार भी यह प्रथा जारी है। श्रद्धालुओं के स्वागत के लिए छत्र लगाया गया है और सजावट के लिए कर्मचारियों को भी बुलाया गया है।
श्री टेकड़ी गणेश मंदिर
शहर के आराध्य देव श्री टेकड़ी गणेश मंदिर का निर्माण कार्य अभी भी जारी है। इसके अलावा, यहां श्री महालक्ष्मी मंदिर में नवरात्रि उत्सव मनाया जाता है। इस साल हालांकि यह बेहद साधारण तरीके से होगा, लेकिन प्रबंधन श्रद्धालुओं के स्वागत में जुट गया है। बताया जाता है कि शासन के नियमानुसार इस वर्ष प्रसाद का वितरण नहीं किया जाएगा।
श्री रेणुका माता मंदिर
सेंट्रल एवेन्यू रोड पर इतवारी गांधी पुतला चौक स्थित प्राचीन श्री रेणुका माता मंदिर में नवरात्रि के अवसर पर रंगारंग और सजावटी कार्य किया गया है। गर्भगृह में रोशनी की व्यवस्था की गई है।
भवानी माता मंदिर
पारडी स्थित यादव युग के श्री भवानी माता मंदिर में नवरात्रि पर्व उल्लास के साथ प्रारंभ हो गया। श्रद्धालुओं के स्वागत के लिए पंडाल लगाने के अलावा उनकी समुचित व्यवस्था भी की गई है। दर्शन के लिए आने वाले श्रद्धालुओं की भीड़ को देखते हुए स्टॉल लगाए गए हैं।
सक्करदरा स्थित श्री संत ताजुद्दीन बाबा स्मृति मंदिर में भी श्रद्धालुओं के स्वागत की तैयारी शुरू कर दी गई। भीड़ को नियंत्रित करने की व्यवस्था भी की गई है।
श्री तुलजा भवानी मंदिर
मनीषनगर के श्री तुलजा भवानी माता मंदिर में भी भक्तों का स्वागत किया जा रहा है। पहले दिन गुरुवार सुबह 5 बजे मंदिर के कपाट खोले गए। इसके बाद अभिषेक व श्रृंगार किया गया।
सरकार पुनर्विचार करे : गिरीश व्यास
7 अक्तूबर से मंदिर खोलने का निर्णय स्वागत योग्य है। लेकिन, इस पर लगाए गए प्रतिबंध खतरनाक हैं। श्री आग्याराम देवी मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष गिरीश व्यास ने सरकार से इस फैसले पर पुनर्विचार करने की मांग की है। देवी की ओटी भरी जाती है। लेकिन, सरकार ने देवी को फूल चढ़ाने पर रोक लगा दी है। इसलिए फूल-प्रसाद-पूजा सामग्री के विक्रेता अभी भी संकट का सामना कर रहे हैं।
सरकारी कोविड प्रोटोकॉल
– गर्भवती महिलाओं, 18 साल से कम उम्र के बच्चों और 60 साल से ऊपर के नागरिकों के मंदिर में प्रवेश पर रोक।
– आधार कार्ड अनिवार्य।
– जिनके पास पहचान पत्र होंगे, उन्हें ही दर्शन करने दिया जाएगा।
– मास्क अनिवार्य।
– श्रद्धालुओं को कोरोना वैक्सीन की दोनों खुराक लेनी जरूरी है।
– मंदिर प्रबंधन के लिए फिजिकल डिस्टेंस रखना और सैनिटाइजर की व्यवस्था करना अनिवार्य है।
– एक बार में कम से कम एक व्यक्ति को दर्शन करने की अनुमति दी गई है।