रामटेक।
आजादी का अमृत महोत्सव इस विशेष उपक्रम के अंतर्गत राष्ट्रीय व्याघ्र संवर्धन प्राधिकरण नई दिल्ली द्वारा आयोजित ‘इंडिया फॉर टायगर्स रॅली ऑन व्हील’ का जोरदार स्वागत रामटेक के श्री नरेंद्र तिडके महाविद्यालय में किया गया। वन परिक्षेत्र अधिकारी रामटेक, नगर परिषद रामटेक एवं श्री नरेंद्र तिडके कॉलेज रामटेक द्वारा कार्यक्रम का आयोजन संयुक्त रूप से किया गया।सबसे पहले नागजीरा नवेगांवबांध से ‘इंडिया फॉर टाइगर्स रैली ऑन व्हील्स’ का वन विभाग द्वारा सलामी के साथ स्वागत किया गया। इस अवसर पर गुगलडोह, भंडारबोडी, आमगाँव, शीतलवाड़ी की महिला स्वयं सहायता गटों ने वन उत्पादों से निर्मित ‘वनामृत’ ब्रांड प्रस्तुत किया। काला चावल, मोहफुल शरबत, केंचुआ खाद, शहद आदि उत्पाद प्रदर्शनी का उद्घाटन ताडोबा-अंधारी बाघ परियोजना के शतानिक भागवत सहित अन्य गणमान्य व्यक्तियों की उपस्थिति में किया गया। साथ ही, इस उत्पाद की बिक्री भी की गयी। मुख्य कार्यक्रम का आयोजन श्री नरेंद्र तिडके कॉलेज के हॉल में आयोजित किया गया था।कार्यक्रम की शुरुआत महात्मा गांधी की प्रतिमा पर माल्यार्पण और दीप प्रज्ज्वलित कर की गई। कार्यक्रम की अध्यक्षता प्राचार्या डॉ. संगीता टक्कामोरे ने की। इस अवसर पर श्री रामानुजन, इंद्रावती टाइगर रिजर्व छत्तीसगढ़ के एस.एस. अग्रवाल, प्रल्हाद यादव, सहायक निदेशक, अमरकंटक बाघ परियोजना, नवेगांव नागजीरा वन विभाग के अत्राम, रामटेक नगर परिषद के मुख्याधिकारी हर्षल गायकवाड़, वन विभाग के अजय कावले और नैतम इस अवसर पर उपस्थित थे। उपस्थित गणमान्य व्यक्तियों का वन विभाग के पौधे और टेबल बुक से स्वागत किया गया।
इस मौके पर पेंच टाइगर प्रोजेक्ट नागपुर ने छात्रों के लिए प्रश्नमंजुषा का आयोजन किया। प्रश्नमंजुषा का संचालन मानद वन्यजीव संरक्षक अजिंक्य भटकर ने किया। इस प्रतियोगिता में श्री नरेन्द्र तिडके कॉलेज के राष्ट्रीय छात्र सेना के छात्रों ने प्रथम स्थान प्राप्त किया। इस अवसर पर रामटेक में वन्यजीवों की सुरक्षा के लिए कार्यरत प्रकृति प्रेमी राहुल कोठेकर और भंडारा के महादेव साठवने, जिन्होंने कचरे से विभिन्न वस्तुओं को बनाने का प्रशिक्षण दिया, को उपस्थित गणमान्य व्यक्तियों द्वारा सम्मानित किया गया। नगर परिषद रामटेक के मेरी वसुंधरा अभियान के तहत उपस्थित सभी लोगों को पर्यावरण की रक्षा करने की शपथ दिलाई गई। इस अवसर पर श्रोताओं का मार्गदर्शन करते हुए शातानिक भागवत ने कहा, “प्रकृति की देखभाल करना मनुष्य की जिम्मेदारी है। आज मानव लालच के कारण प्रकृति का चक्र बिगड़ गया है। कार्यक्रम की शुरुआत रामटेक के सहायक वन संरक्षक एस. बी गिरि ने किया। कार्यक्रम का संचालन प्रा. नरेश अंबिलकर ने किया और धन्यवाद डॉ. श्रीकांत भोवते ने माना। भरतसिंह हाडा, उपवनसंरक्षक,नागपुर वन विभाग, प्रभुनाथ शुक्ला, उप निदेशक, पेंच टाइगर परियोजना, नागपुर के मार्गदर्शन में, प्रो स्वप्निल मनघे, प्रो सुनील कठाने, प्रा.अमरीश ठाकरे, प्रा. डॉ. महेंद्र लोधी, वनक्षेत्रपाल आर.एन. भोंगडे, आर.एम. शिंदे, बी.एन. गोमासे, जी.ए. शेटे, बी.डी.माटे, ए.डी. वासनिक, विक्की कुचेकर, राष्ट्रीय छात्र सेना और राष्ट्रीय सेवा योजना के छात्रों ने अथक परिश्रम किया। इस अवसर पर महाविद्यालय परिसर में वृक्षारोपण भी किया गया।