गोंदिया।
करोना काल में जिले की 83 युवतियां लापता हो गई। गृह विभाग से प्राप्त आंकड़ों के अनुसार सन 2020 में 2 युवक व 39 युवतिया लापता हुई है। इसमें से 2 युवक व 37 युवतिया की खोज की गई। जबकि 2 का अब तक पता नहीं लग पाया। इसी तरह सन 2021 में 7 युवक व 44 युवतियां लापता हो गई। इनमें से 5 युवक व 31 की खोज करने में पुलिस को सफलता मिली है। वहीं 2 युवक और 13 युवतिया अब तक नहीं मिली है। कोरोना काल में फरार होने वाली 83 युवतियो में से ऑपरेशन मुस्कान ने 68युवतियो को खोज निकाला है। वह 15 लापता है। इस तरह 2 नाबालिग युवक अभी गायब है। जिले से भाग जाने के लापता होने वाली युवतियो में 81 प्रतिशत युवतियो की खोज की गई है। यह सभी युवतियां अपने घर लौट गई है जबकि 18 प्रतिशत युवतिया अभी पुलिस के हाथ नहीं लगी है। शासन ने पुलिस के माध्यम से संचालित किए जा रहे ऑपरेशन मुस्कान से युवतियो की खोज करने में सफलता प्राप्त की है।
सन 2020 में 50 दुष्कर्म-
जिले में सन 2020 में दुष्कर्म के 50 प्रकरण दर्ज किए गए हैं। हत्या के 33 प्रयास, 14 हत्या, दुर्घटना में मृत्यु 131, डकैती के 2, राहजनी 6, घरफोडी 80, धोखाघड़ी 30, अपहरण 40, शासकीय कर्मचारी पर हमला 15, दुष्कर्म 50 वह विनयभंग के 84 प्रकरण विभिन्न थानों में दर्ज किए गए हैं। जिला मुख्यालय में गोदिया शहर को 2 पुलिस पुलिस स्टेशन में विभाजित किया गया है। रामनगर व गोंदिया शहर इन दो पुलिस स्टेशन की सीमा में रहने वाले 18 वर्ष से नीचे वाले बालक चोरी, डकैती, मारपीट, विनयभंग व हत्या जैसे गंभीर प्रकरण में फंसे है। नाबालिक बालक को उचित संस्कार नही मिलने से मित्रों की मदद से गंभीर अपराधों में लिप्त हो रहे हैं।