मुंबई.
राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने सीएम ठाकरे को एक पत्र लिखा था. उस पत्र में उन्होंने साकीनाका में महिला के साथ बलात्कार और हत्या की घटना को आधार बनाकर राज्य में 2 दिनों का विशेष विधानसभा सत्र बुलाने की बात कही थी. सीएम ठाकरे ने राज्यपाल कोश्यारी के उस पत्र के जवाब में मंगलवार को एक पत्र लिखा है.
पत्र में ठाकरे ने गुजरात, यूपी ,बिहार, उत्तराखंड और दिल्ली जैसे राज्यों में महिलाओं के साथ बलात्कार और हत्या की घटनाओं का जिक्र किया है. सीएम ने राज्यपाल कोश्यारी से अपील की है कि विधानसभा सत्र बुलाने की बजाए वे पीएम मोदी और गृह मंत्री शाह को पत्र लिखें. उस पत्र में यह अपील करें कि इस राष्ट्रव्यापी समस्या का निवारण करने के लिए संसद का चार दिनों का विशेष सत्र बुलाया जाए. बेशक वहां पर साकीनाका मुद्दे पर भी चर्चा हो. यानी ठाकरे ने राज्यपाल के पत्र को एक तरह से महाविकास आघाडी सरकार पर हुए हमले की तरह देखा है. मुख्यमंत्री ने राज्यपाल को यह जवाब देने की कोशिश की है कि पहले वे देश के बाकी राज्यों के हालात देखें तब जाकर महाराष्ट्र के हालात की चिंता करें.
महाविकास आघाडी सरकार से जुड़े नेताओं का तर्क है कि महिलाओं की सुरक्षा के मामले पर जिस तरह से राज्यपाल विशेष अधिवेशन बुलाने की बात कर रहे हैं, उस तर्क से तो उत्तर प्रदेश में रोज अधिवेशन बुलाना पड़ेगा. गुजरात में हर रोज बलात्कार की तीन घटनाएं होती हैं. ऐसे तो गुजरात में एक महीने का अधिवेशन बुलाना पड़ेगा. राज्यपाल जिस उत्तराखंड से आते हैं वहां महिलाओं के प्रति अत्याचार की घटनाएं तो डेढ़ सौ फीसदी बढ़ गई हैं.
महंत के राज में महंत सुरक्षित नहीं
शिवसेना सांसद संजय राउत ने महंत नरेंद्र गिरि की मौत पर हैरानी जताते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश में हिंदुत्व का गला घोंट दिया गया है. उन्होंने महंत की मौत की सीबीआई जांच की मांग की है. एनसीपी प्रवक्ता नवाब मलिक ने योगी आदित्यनाथ पर हमले करते हुए कहा कि महंत के राज में महंत ही सुरक्षित नहीं है.