मोहाडी।
मोहडी पंचायत समिति के सभापति के पति और भाजपा के पदाधिकारी विश्वनाथ बांडेबुचे को निर्वासित कर दिया गया है। उन्हें भंडारा जिले से तडीपार किए जाने के बाद से सियासी क्षेत्र में हड़कंप मच गया है। गौरतलब है कि बांडेबुचे ने हाल ही में एक भाजपा विधायक से जिला परिषद का टिकट मांगा था, लेकिन तडीपार के आदेश से हड़कंप मच गया है। विश्वनाथ बंबांडेबुचे पर कई अपराधों के लिए मामला दर्ज किया गया है।कुछ दिनों पहले, बांडेबुचे पर स्थानीय अपराध शाखा पुलिस पर हमला करने और घायल करने का आरोप लगाया गया था। भंडारा जिले की मोहाड़ी पुलिस ने विश्वनाथ बांडेबुचे के खिलाफ तडीपार का प्रस्ताव उप विभागीय अधिकारी को भेजा गया था। इस पर निर्णय लेने के लिए तुमसर के उप विभागीय अधिकारी ने एक वर्ष के लिए भंडारा जिले से बांडेबुचे को तडीपार करने का आदेश जारी किया है। कोई भी उन्हें गंभीरता से नहीं ले रहा है, आप इस आदेश को न लें विश्वनाथ बांडेबुचे को 10 सितंबर को जिला छोड़ने के लिए 48 घंटे की समय सीमा दी गई थी। यह पता चला है कि बांडेबुचे ने मंगलवार को समय सीमा समाप्त होने के कारण मोहाडी से अपना बैग पैक किया था। विशेष रूप से विश्वनाथ बांडेबुचे पूर्व भाजपा विधायक चरण वाघमारे के बेहद करीबी और वफादार माने जाते थे। हालांकि, अपने काम के चलते चरण वाघमारे ने बांडेबुचे से नाता तोड़ लिया है। क्या 23 साल से एकजुट है बीजेपी का यह मजबूत ‘ किला कल ढह जाएगा? अब चरण वाघमारे के साथ बांडेबुचे के साथ खटकी हुई है, बीजेपी के दूसरे विधायक डॉ. परिणय फुके साथ अच्छे संबंध बनाये है। बांडेबुचे ने मुंढरी जिला परिषद की उम्मीदवारी भी मांगी थी। विधायक से आश्वासन मिलने के बाद बांडेबुचे ने काम भी शुरू कर दिया गया था। लेकिन तडीपारी के आदेश ने उन्हें आहत किया। अब कहा जा रहा है कि बंबांडेबुचे के मुंह के पास आय घास वह भी चला गया है और यह उसको साथ देने वाले विधायक को आलोचना का सामना कर पड रहा है। इस कार्रवाई से राजनीतिक क्षेत्र में काफी हलचल मच गई है।