अमरावती के राजापेठ थाने में पोस्को मामले में दोषी ठहराए गए आरोपी ने आज सुबह 7 बजे अपनी शर्ट से फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। आरोपी 25 वर्षीय सागर ठाकरे है, जो मोर्शी तालुका के खम्बित गांव का निवासी है। उसका एक नाबालिग लड़की से अफेयर था, जो पिछले चार साल से रिलेशनशिप में था। जैसे ही उसके पिता को इस बात का पता चला तो वह लड़की को पत्नी के साथ बेचू हिल के ससुरवाड़ी में छोडा ।पति अपने 20 वर्षीय बेटे और 17 वर्षीय बेटियों के साथ नागपुर रोड पर बसे आपने गांव चला गया था क्योंकि उसकी कई सालों से अपनी पत्नी से बनती नही थी। हालांकि मृतक सागर ने नाबालिग लड़की ढूंढी और 10 दिन पहले पुणे भाग गया।इस बात की जानकारी माता-पिता को होते ही वे फ्रेजरपुरा थाने पहुंचे और शिकायत दर्ज कराई.पुलिस द्वारा अपराध दर्ज करने के पांच दिन बाद दोनों को पुणे से अमरावती लाया गया।लड़की को उसके रिश्तेदारों को सौंप दिया गया और सागर ठाकरे को अदालत में पेश किया गया और तीन दिनों के लिए पुलिस हिरासत में भेज दिया गया।इसी बीच 19 अगस्त की सुबह सागर ठाकरे ने पुलिस सेल में शर्ट से फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली।इस घटना से अमरावती शहर में हड़कंप मच गया है । पुलिस प्रशासन पर भी संदेह जताया जा रहा है कि कैसे एक आरोपी ने बेहद सुरक्षित पुलिस प्रकोष्ठ में खुद का गला घोंटकर आत्महत्या कर ली। घटना की जानकारी मिलते ही वरिष्ठ पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंच गए। प्रकोष्ठ में ड्यूटी पर तैनात कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई की प्रबल संभावना है ।