स्वच्छ भारत अभियान के इस महात्मा गांधी जयंती को 10 वर्ष पूरे हो गए। इसकी शुरुआत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2014 में सत्ता संभालने के बाद पहली गांधी जयंती पर की थी। पीएम मोदी ने इस अभियान के 10 वर्ष पूरे होने पर स्वयं भी सफाई अभियान में हिस्सा लिया है। पीएम मोदी ने जयंती के मौके पर दिल्ली के एक स्कूल में छात्र-छात्राओं के साथ सफाई अभियान में हिस्सा लिया। इस दौरान पीएम मोदी ने कूड़ा इकट्ठा किया। उन्होंने इसकी जानकारी अपने सोशल मीडिया पर दी। पीएम मोदी ने देश के बाकी लोगों से भी स्वच्छता अभियान से जुड़ने को कहा। स्वच्छता अभियान में शामिल होने से पहले पीएम मोदी ने महात्मा गांधी और भारत के पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री को याद किया। उन्होंने दोनों महापुरुषों को श्रद्धांजलि अर्पित की।
पीएम मोदी ने महात्मा गांधी के जीवन को देशवासियों के प्रेरणापुंज बताया। इस दौरान पीएम ने गांधी जयंती के मौके पर अपने एक्स पर स्कूल में साफ-सफाई करते हुए कई फोटोज शेयर कीं. इस दौरान उन्होंने छात्राओं से खूब बातचीत की. उन्होंने छात्राओं से पूछा कि स्वच्छता से क्या क्या फायदे होते हैं? तभी छात्राओं में से एक ने जवाब दिया कि इससे हमें बीमारी नहीं होती। इसके साथ ही पीएम मोदी ने जब छात्राओं से पूछा कि अगर शौचालय नहीं होगा तो क्या होगा? तब छात्राओं ने जवाब दिया कि इससे बीमारियां फैलती हैं। तब पीएम मोदी ने उन्हें बताया कि पहले के समय में 100 में 60 प्रतिशत लोगों के घरों में टॉयलेट नहीं था, तब सारी बीमारियों का कारण यही बनता था और उसमें सबसे ज्याद कष्ट मताओं और बहनों को होता था।
पीएम मोदी ने छात्राओं से बात करते हुए आगे बताया कि जब से स्वच्छ भारत अभियान चलाया गया, तो सबसे पहले स्कूलों में टॉयलेट बनाए गए, छात्राओं के लिए अलग बनाए। आज छात्राएं स्कूल में पढ़ रही हैं. इसके बाद पीएम मोदी ने खुद छात्राओं के सवाल का जवाब दिया और सुकन्या समृद्धि योजना के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि बेटी का जन्म होते ही सुकन्या समृद्धि का अकाउंट खोला जा सकता है। साल में उस बेटी के मां बाप उस बैंट अकाउंट में एक हजार रुपए डाल दे यानी महीने के 80-90 रुपये। जब बच्ची 18 साल की होती है या 21 साल की होती है. उसकी पढ़ाई और शादी में वह पैसा काम आता है. आप उसमें से पैसा ले सकते हैं।