पेटीएम की पैरेंट कंपनी ‘वन 97 कम्युनिकेशंस लिमिटेड’ ने अपने एम्प्लॉइज को नौकरी से निकाल रही है। हालांकि कंपनी ने यह जानकारी नहीं दी है कि वह कितने एम्प्लॉइज को नौकरी से निकाल रही है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, मार्च 2024 तिमाही में पेटीएम के सेल्स एम्प्लॉइज की संख्या तिमाही आधार पर करीब 3,500 घटकर 36,521 रह गई। इसका मुख्य कारण रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया यानी आरबीआई की ओर से पेटीएम पेमेंट्स बैंक की सर्विस पर प्रतिबंध लगाना था। कंपनी ने एक बयान जारी कर कहा, ‘वन97 कम्युनिकेशंस लिमिटेड उन एम्प्लॉइज को आउटप्लेसमेंट सपोर्ट प्रोवाइड कर रही है, जिन्होंने कंपनी के रिस्ट्रक्चरिंग प्रोसेस के तहत इस्तीफा दे दिया है।’ आउटप्लेसमेंट सपोर्ट में कंपनी नौकरी से निकाले गए एम्प्लॉइज को दूसरी नौकरी दिलाने में मदद करती है।
आरबीआई ने 31 जनवरी को नियमों का लंबे समय तक अनुपालन न करने का हवाला देते हुए पेटीएम पेमेंट्स बैंक पर बड़े बिजनेस रिस्ट्रिक्शंस यानी प्रतिबंध लगाए थे। तब आरबीआई ने सर्कुलर जारी करते हुए कहा था कि 29 फरवरी के बाद पेटीएम पेमेंट बैंक के अकाउंट में पैसा जमा नहीं किया जा सकेगा। इस बैंक के जरिए वॉलेट, प्रीपेड सर्विसेज, फास्टैग और दूसरी सर्विसेज में पैसा नहीं डाला जा सकेगा। हालांकि, बाद में आरबीआई इस डेडलाइन को 15 मार्च तक बढ़ा दिया था। 15 मार्च के बाद पेटीएम पेमेंट्स बैंक में डिपॉजिट बंद हो गया है।आरबीआई को पेटीएम की केवायसी में बड़ी अनियमितताएं मिली थी, जिससे ग्राहक सीरियस रिस्क में आ गए थे। पेटीएम ने लाखों ग्राहकों की केवायसी नहीं की थी। लाखों अकाउंट का पैन वैलिडेशन नहीं हुआ था। मल्टीपल कस्टमर्स के लिए सिंगल पैन का इस्तेमाल हो रहा था। कई मौकों पर RBI को बैंक की ओर से गलत जानकारी भी दी गई। आरबीआई को बड़ी संख्या में निष्क्रिय खाते भी मिले थे