नई दिल्ली। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का कहना है कि इस बार कोई उलटफेर नहीं होगा। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) के नवनिर्वाचित सांसदों की बैठक को संबोधित करते हुए बिहार के मुख्यमंत्री ने सत्तारूढ़ गठबंधन के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को पहले से कहीं ज्यादा दोहराया। उन्होंने बिना शर्त प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रति अपनी निष्ठा की शपथ ली।
जनवरी में एनडीए में शामिल हुए नीतीश कुमार ने पुराने संसद भवन के सेंट्रल हॉल में एनडीए सांसदों की बैठक के दौरान मोदी को अपना समर्थन देने का वादा करते हुए कहा, ‘आपकी जो भी जरूरत होगी, हम आपके साथ रहेंगे। हम आपके साथ हैं।’ जनता दल (यूनाइटेड) भारत के प्रधानमंत्री पद के लिए एनडीए के नेता नरेंद्र मोदी का समर्थन करता है।’ 2005 से बिहार की राजनीति की बागडोर संभाल रहे नीतीश कुमार ने हाल ही में भाजपा से हाथ मिलाकर नौवीं बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ली।
कैसे मिला ‘पलटू राम’ उपनाम
एनडीए, विपक्षी नेतृत्व वाले महागठबंधन और फिर इंडिया ब्लॉक के बीच तेजी से पाला बदलने के लिए जाने जाने वाले नीतीश कुमार को ‘पलटू राम’ उपनाम मिला। हालांकि, इस बार कुमार अपनी आवाज, शब्दों और शारीरिक हाव-भाव में आत्मविश्वास से भरे हुए दिखाई दिए, जब उन्होंने बिना शर्त समर्थन की घोषणा की, जिससे कम से कम फिलहाल सभी अटकलों और तानों पर विराम लग गया।
मोदी से हाथ मिलाकर मिलना सहयोगियों के बीच के बंधन और विश्वास को दर्शाता है। नीतीश कुमार की जनता दल (यूनाइटेड), जिसने बिहार में 16 सीटों पर चुनाव लड़ा था, में से 12 पर जीत हासिल की, वह नई दिल्ली में तीसरी बार नरेंद्र मोदी सरकार का हिस्सा बनने जा रही है। उनका समर्थन भाजपा के लिए महत्वपूर्ण है, जिसने 2024 के लोकसभा चुनाव में अपने दम पर 240 सीटें जीतीं और 272 सीटों के आधे आंकड़े से दूर रह गई।
अपने भाषण में हास्य का तड़का भी लगाया
नीतीश कुमार ने अपने सहज लेकिन अशिष्ट अंदाज में बोलते हुए अपने छोटे से भाषण में कुछ हास्य का तड़का भी लगाया, जिसके दौरान भावी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को कुछ बार हंसते हुए देखा गया। कुमार ने मजाकिया लहजे में कहा, ‘आप [मोदी] रविवार को शपथ लेने जा रहे हैं, मैं चाहता तो आज ही शपथ लेता। लेकिन आप जब चाहें, अच्छा है। मेरा अनुरोध था कि आपका शपथ ग्रहण समारोह यथाशीघ्र हो।’ इस पर एनडीए नेताओं के बीच मोदी भी हंस पड़े। अपने संबोधन के बाद नीतीश कुमार नरेन्द्र मोदी के पैर छूने के लिए झुके, लेकिन मोदी ने उनसे हाथ मिलाया।
समर्थन के बदले नीतीश कुमार की नजर आई एक इच्छा
नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाले एनडीए को समर्थन देने के बदले नीतीश कुमार ने एक खास इच्छा पूरी करने की बात कही। कुमार ने अपनी बात रखते हुए कहा, ‘हम इस बात से रोमांचित हैं कि वह (मोदी) पिछले 10 वर्षों तक प्रधानमंत्री के रूप में सेवा देने के बाद एक और कार्यकाल के लिए जा रहे हैं। उन्होंने पूरे देश की सेवा की है और हमें उन पर भरोसा है कि वे सभी राज्यों की भी सेवा करेंगे।’
बिहार और भारत खूब तरक्की करेगा
नीतीश कुमार ने कहा, ‘हमें उम्मीद है कि आपके नेतृत्व में बिहार और भारत खूब तरक्की करेगा। बिहार के सभी काम पूरे होंगे, जिनमें वे भी शामिल हैं जो अभी पूरे नहीं हुए हैं।’
हालांकि बिहार के मुख्यमंत्री ने स्पष्ट रूप से अपनी इच्छा नहीं बताई, लेकिन बिहार का जिक्र स्वाभाविक रूप से बिहार की कुछ पुरानी मांगों की ओर इशारा करता है, जिसमें विशेष श्रेणी का दर्जा (एससीएस) का अनुरोध और बिहार के पिछड़ेपन को दूर करने के लिए मौलिक रूप से कार्य करने की आवश्यकता शामिल है।