नई दिल्ली। नरेंद्र मोदी को शुक्रवार को नेशनल डेमोक्रेटिक अलायंस (एनडीए) की संसदीय दल का लगातार तीसरी बार नेता चुना गया। पुराने संसद (संविधान सदन) के सेंट्रल हॉल में सुबह 11 बजे शुरू हुई मीटिंग में एनडीए के 13 दलों के नेता शामिल हुए।
बैठक में एनडीए के सभी 293 सांसद, राज्यसभा सांसद और सभी राज्यों के मुख्यमंत्री और डिप्टी सीएम मौजूद थे। इसके बाद एनडीए ने दोपहर 3 बजे सरकार बनाने का दावा पेश किया। गठबंधन के नेताओं ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को समर्थन का पत्र सौंपा।
आडवाणी, जोशी, कोविंद से घर जाकर मिले
बैठक के बाद मोदी भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी और पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से उनके घर जाकर मिले। इसके बाद पीएम शाम को 6 बजे राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से मिलने पहुंचे। राष्ट्रपति ने उन्हें सरकार बनाने का न्योता दिया। इसके बाद मोदी ने कहा कि 18वीं लोकसभा नई ऊर्जा और कुछ कर गुजरने वाली लोकसभा रहेगी।
राजनाथ ने प्रधानमंत्री पद के लिए मोदी के नाम का प्रस्ताव रखा
भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने स्वागत भाषण दिया। राजनाथ सिंह ने प्रधानमंत्री पद के लिए नरेंद्र मोदी के नाम का प्रस्ताव रखा। अमित शाह ने इसका समर्थन किया और नितिन गडकरी ने अनुमोदन किया। जेडीएस अध्यक्ष कुमारस्वामी ने प्रस्ताव का समर्थन किया।
इसके बाद टीडीपी प्रमुख चंद्रबाबू नायडू, जेडीयू प्रमुख और बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने समर्थन का ऐलान किया। मोदी 9 जून को शाम 6 बजे राष्ट्रपति भवन में प्रधानमंत्री पद की तीसरी बार शपथ ले सकते हैं। खबर है कि मोदी के साथ पूरा मंत्रिमंडल शपथ ले सकता है।
भाजपा को बहुमत नहीं, 14 सहयोगी दलों के 53 सांसदों का समर्थन
लोकसभा चुनाव में भाजपा को 240 सीटें मिली हैं। यह बहुमत के आंकड़े (272) से 32 सीटें कम हैं। हालांकि, एनडीए ने 293 सीटों के साथ बहुमत के आंकड़े को पार कर लिया। एनडीए में भाजपा के अलावा 14 सहयोगी दलों के 53 सांसद हैं।
गठबंधन में चंद्रबाबू की टीडीपी 16 सीटों के साथ दूसरी और नीतीश की जेडीयू 12 सीटों के साथ तीसरी सबसे बड़ी पार्टी है। दोनों ही पार्टियां इस वक्त भाजपा के लिए जरूरी हैं। इनके बिना भाजपा का सरकार बनाना मुश्किल है।
मोदी बोले- 18 का बहुत महत्व
नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रपति से मुलाकात के बाद कहा, ‘18वीं लोकसभा बनने जा रही है। 18 का बहुत महत्व है। 18वीं लोकसभा युवा और नई ऊर्जा और कुछ कर गुजरने वाली लोकसभा होगी। ये वो 25 साल हैं जो अमृतकाल के 25 साल हैं। हम उन सपनों को पूरा करने जा रहे हैं। 18वीं लोकसभा इन सबका पड़ाव है। हमें देश की तीसरी बार सेवा करने का मौका दिया है। मैं हृदय से आभार व्यक्त करता हूं। मैं विश्वास दिलाता हूं कि पिछले दो टर्म में देश जिस गति से आगे बढ़ा, समाज के हर वर्ग में परिवर्तन साफ-साफ देखा जा सकता है, 25 करोड़ लोग गरीबी से बाहर आए। 18वीं लोकसभा के हमारे 5 साल के कार्यकाल में हम उतने ही समर्पण भाव में देश की आशाओं-आकाक्षांओं को पूरा करने में कोर-कसर बाकी नहीं रखेंगे।
72 मिनट का भाषण, 19 बार एनडीए का नाम
मोदी ने अपने 72 मिनट के भाषण में एनडीए; विकास, डेमोक्रेसी, अर्थव्यवस्था, चुनाव प्रक्रिया और दक्षिणी राज्यों का जिक्र किया। पीएम ने राहुल गांधी पर निशाना भी साधा। स्पीच में उन्होंने सबसे ज्यादा बार एनडीए (19) का नाम लिया। 13 बार भारत, 9 बार अलायंस, 6 बार 4 जून (नतीजे की तारीख), 5 बार ईवीएम और 1-1 बार विपक्ष-इंडी गठबंधन का नाम लिया। मोदी ने एनडीए को न्यू, डेवलप्ड, एस्पिरेशनल इंडिया बताया।
-तीसरे कार्यकाल की गारंटियां पूरी करेंगे
हम कमिटमेंट के साथ काम करते हैं। 25 करोड़ लोगों के गरीबी से बाहर निकाला है। उसके नए एस्पिरेशन पैदा हुए हैं। 3 करोड़ गरीबों को घर का संकल्प, 4 करोड़ को आॅलरेडी दे चुके हैं।
70 साल से अधिक के नागरिकों को मुफ्त इलाज
70 वर्ष से ऊपर के आयु के नागरिकों को मुफ्त इलाज की व्यवस्था। मुद्रा योजना के तहत युवाओं को 20 लाख तक के लोन की व्यवस्था। यह सब हमारे तीसरे कार्यकाल की गारंटियां हैं। मिडिल क्लास को सुविधा हमारा कमिटमेंट है। उनकी बचत कैसे बढ़े, इसके लिए हम क्या सकते हैं, हमारे नीति-नियम कैसे बदलें, इस पर काम करेंगे।