“युथ मूवमेंट ऑफ महाराष्ट्र” (वाईएमएम) ने ऑनलाइन जुआ के खिलाफ एक अभियान की शुरुआत की है, जो 7 से 14 जून के बीच चलेगा. वाईएमएम के शहर अध्यक्ष डॉ. अदनानुल हक़ ने सिविल लाइंस के प्रेस क्लब में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में यह जानकारी दी. उन्होंने बताया कि युवाओं की भटकाव और दिशाहीनता को रोकने के लिए इस अभियान की आवश्यकता है.
डॉ. अदनानुल हक़ ने कहा कि वर्तमान समय में ऑनलाइन जुआ और गेम्स के कारण युवाओं की दिशा भ्रमित हो रही है. एक सर्वे के अनुसार, भारत में 40% युवा ऑनलाइन जुआ खेलते हैं, जबकि महाराष्ट्र में यह प्रतिशत 50% है. इन खेलों में रमी सर्कल, रमी ए टू थ्री, ड्रीम इलेवन, पब जी, लूडो आदि शामिल हैं. 18 से 30 वर्ष के 70% युवा इस लत से ग्रस्त हैं, जिससे मानसिक, सामाजिक और आर्थिक समस्याएं उत्पन्न हो रही हैं.
एनआईएमएचएएनएस के शोध का हवाला देते हुए डॉ. अदनान ने बताया कि ऑनलाइन जुआ खेलने वालों में आत्महत्या की प्रवृत्ति अधिक होती है. बेंगलुरु के छोटे व्यापारी दर्शन बालू के उदाहरण से उन्होंने समझाया कि किस तरह एक व्यक्ति ने डेढ़ करोड़ रुपये गवां दिए और उसकी पत्नी ने आत्महत्या कर ली. उन्होंने बताया कि जुआ के कारण नींद न आना, नैतिक बिगाड़ और आपराधिक प्रवृत्तियों में वृद्धि होती है. वाईएमएम ने “ऑनलाइन जुआ हटाओ, देश का युवा बचाओ” अभियान की घोषणा की है. इस अभियान में बैनर, ऑटो बैनर, स्टीकर्स और हैंड बिल्स का उपयोग किया जाएगा. नुक्कड़ नाटक और कॉर्नर मीटिंग के माध्यम से युवाओं को ऑनलाइन जुए से दूर रहने की सलाह दी जाएगी. अभियान के दूसरे चरण में अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों को ज्ञापन देकर प्रशासन से इस पर बंदी लगाने का प्रयास किया जाएगा. तमिलनाडु, असम, तेलंगाना आदि राज्यों में इस पर प्रतिबंध लगाया गया है. तीसरे चरण में न्यायालय द्वारा ऑनलाइन गेम्स पर प्रतिबंध लगाने का प्रयास किया जाएगा.
डॉ. अदनान ने युवाओं से अपील की है कि वे इस अभियान में साथ दें और ऑनलाइन जुए को समाज से उखाड़ फेंकने में मदद करें. इस में वाईएमएम के शहर सचिव अब्दुल मतीन और नागपुर वेस्ट के अध्यक्ष आसिम ग़ाज़ी भी उपस्थित थे.