काटोल. किसान पहले से ही सुलतानी संकट से जूझ रहा है. वहीं इस समय खरीफ फसल की बुआई की तैयारी में जुटा हुआ है. किसान पहले से ही आर्थिक संकट से जूझ रहे हैं, खरीफ के सीजन में किसानों को बीज और खाद प्राप्त करने में किसी प्रकार की समस्या से ना जूझना पडे, ऐसा व्यवस्थापन राज/तथा जिला कृषि अधिकारी तथा राज्य सरकार द्वारा होना चाहिए. यह सूचना राज्य के पूर्व गृह मंत्री तथा काटोल के विधायक अनिल देशमुख, (राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के नेता शरद चंद्र पवार पार्टी) द्वारा अधिकारियों को उचित योजना बनाने का निर्देश दिया ताकि बीज और उर्वरक की कमी न हो. विधायक अनिल देशमुख
काटोल में आयोजित पूर्व-खरीफ बुआई समीक्षा बैठक में बोल रहे थे. इस बैठक में कृषि, फसल बीमा, राष्ट्रीयकृत बैंक, राजस्व विभाग और वित्त वितरण कंपनी के अधिकारी तथा कुछ किसान तथा पार्टी कार्यकर्ता उपस्थित थे. समीक्षा बैठक के अवसर पर बोलते हुए अनिल देशमुख ने कहा कि मौजूदा समय में कपास के बीज के कुछ किस्मों की भारी मांग है. लेकिन उनमें से अनेक कपास बीज की किस्में मांग के अनुरूप बाजार में उपलब्ध नहीं हैं . आवश्यक तथा योग्य गुणवत्ता के कपास सोयाबीन सहीत सभी फसलों के बीज उपलब्ध कराया जाय. साथ ही बाजार में 10:26:26 उर्वरक की भारी मांग है। लेकिन कुछ किसानों की शिकायत है कि कुछ इलाकों में वह खाद भी उपलब्ध नहीं है. अनिल देशमुख ने अधिकारियों को इसका समाधान निकालने के निर्देश दिए.आज की समीक्षा बैठक के अवसर पर कुछ किसानों ने बाया की कुछ राष्ट्रीयकृत बैंक फसल ऋण देने में आनाकानी करते हैं. समीक्षा बैठक में पेश किए गए आंकड़ों के मुताबिक जैसे ही यह बात सामने आई कि कुछ बैंक किसानों को दिए गए लक्ष्य के मुताबिक फसल ऋण नहीं दे रहे हैं,इस विधायक अनिल देशमुख ने अधिकारियों से कहा की किसानो को फसल ऋण देने में आनाकानी करते है तो उन पर उचित कार्यवाही की जायेगी.अब खरीफ का मौसम आ रहा है, ऐसे में अगर बैंक किसानों को फसल ऋण देने में आनाकानी करेंगे, तो राष्ट्रीयकृत बैंक के व्यवस्थापक को चेतावनी भी दी कि भविष्य में संबंधित बैंकों को इसके परिणाम भुगतने पड़ेंगे.
-पुर्व गृहमंत्री अनिल देशमुख ने समीक्षा बैठक में दिये निर्देश
विधायक अनिल देशमुख ने बताया की केंद्र व राज्य सरकार की गलत नीतियों के कारण किसानों की दुर्गति हो रही हैं. जिले में भारी बारिश और ओलावृष्टि से हुए नुकसान के बावजूद किसानों को कोई मदद नहीं मिल रही है. बाजार में कृषि उपज का सही दाम नहीं मिल रहा है. ऐसे में किसान संकट में हैं,वहीं हजारों किसानों को फसल बीमा से कोई मदद नहीं मिल रही है. समय का फायदा उठाते हुए कुछ कंपनियां फर्जी बीज देकर किसानों को धोखा दे रही हैं. किसानों को समय पर बीज एवं खाद मिले, इसका प्रयास सभी को करना चाहिए. इस दौरान अनिल देशमुख ने चेतावनी भरे आवाज में कहा कि किसानों के साथ दगाबाजी नहीं चलेगी. किसानों के साथ दगाबाजी करने वाले तथा कि परेशान किसान को परेशान करने की कोई खैर नाही.