नागपुर. समृद्धि महामार्ग पर लगातार दुर्घटनाओं के कारण कई नागरिकों की जान चली गई है. इसलिए यात्रियों की मांग थी कि सरकार इन हादसों को रोकने के लिए जल्द से जल्द कदम उठाए. इसी पृष्ठभूमि में मंत्री शंभूराज देसाई ने विधान परिषद में अहम जानकारी दी. शंभुराज देसाई ने कहा कि राजमार्ग पर यातायात को अनुशासित करने और दुर्घटनाओं की संख्या को कम करने के लिए विभिन्न उपाय किए जा रहे हैं.
देसाई ने कहा कि परिवहन विभाग की 8 टीमों और महामार्ग पुलिस विभाग की 14 टीमों को दुर्घटनाओं को रोकने के लिए नियुक्त किया गया है. ड्राइवरों और यात्रियों को शिक्षित करने के लिए समृद्धि राजमार्ग पर टोल बूथों पर परामर्श केंद्र स्थापित किए गए हैं. इसके माध्यम से सड़क सुरक्षा जागरूकता पैदा की जा रही है.
देसाई ने बताया कि ड्राइवरों को परामर्श दिया जा रहा है. महामार्ग टोल बूथों पर वाहन निरीक्षण और टायर निरीक्षण किया जा रहा है. यात्री बसों में फिट-टू-ट्रैवल बोर्ड प्रदर्शित किए जाते हैं ताकि यात्री आसानी से लाइसेंस और वाहन की जानकारी देख सकें. अखिल भारतीय लाइसेंस और सभी महाराष्ट्र वातानुकूलित अनुबंध वाहनों का परिवहन विभाग द्वारा नियमित रूप से निरीक्षण किया जा रहा है.
समृद्धि महामार्ग पर दुर्घटनाओं के बारे में आगे बोलते हुए शंभुराज देसाई ने कहा, ‘जिन 8 जिलों से महामार्ग गुजरता है, उनमें से प्रत्येक में परिवहन विभाग द्वारा 1 निरीक्षण दल नियुक्त किया गया है. टीमों के लिए महाराष्ट्र राज्य द्वारा 8 वाहन उपलब्ध कराए गए हैं. टीम द्वारा महामार्ग के सड़क सुरक्षा संबंधी गतिविधियां की जाती हैं, जैसे सुरक्षा जागरूकता पैदा करना, मोटर चालकों को परामर्श देना आदि. 1 दिसंबर 2023 तक राजमार्गों पर लगभग 4500 मोटर चालकों को परामर्श दिया गया है.
2 सहायक मोटर निरीक्षक निलंबित
शंभुराज देसाई ने कहा कि छत्रपति संभाजीनगर जिले के वैजापुर में हुई दुर्घटना के संबंध में वाहन चालक और क्षेत्रीय परिवहन कार्यालय, छत्रपति संभाजीनगर के 2 सहायक मोटर निरीक्षकों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है. उन्हें सेवा से निलंबित कर दिया गया है.