नागपुर. जरांगे पाटिल द्वारा पुकारे मराठा आंदोलन के फलस्वरूप राज्य सरकार ने अब मराठा समाज के कुनबी पंजीयन शोध का अभियान जारी किया, लेकिन फिर भी यदि किसी मराठा का कुनबी पंजीयन प्रतीत नहीं होता तो राज्य सरकार द्वारा क्या कदम उठाये गए है, उक्त सवाल राजे मुधोजी भोसले ने उठाया है. सकल मराठा समाज द्वारा आयोजित पत्रपरिषद में वे बाेल रहे थे. उन्होंने मराठा आरक्षण को समर्थन देते हुए मराठा आरक्षण के लिए आंदोलन करने की चेतावनी इस समय दी.
पिछले 30 सालों से आरक्षण के माध्यम से पिछड़े समाज को मुख्य प्रवाह में लाने का महत्वपूर्ण कार्य सरकार कर रही है, लेकिन मराठा समाज को अतिप्रगतिशील दिखाते हुए उन्हें आज भी विकास के अवसर से वंचित रखा गया है, जिसके प्रयास में कई मराठा आंदोलकर्ताओं ने अपना आत्म बलिदान किया, तो वही जरांगे पाटिल द्वारा पुकारे आंदोलन के फलस्वरूप राज्य सरकार ने अब मराठा समाज के कुनबी पंजीयन को खोजने का अभियान जारी किया.
राजे मुधोजी भोसले ने बताया की आज मराठा समाज आरक्षण को लेकर संघर्ष कर रहा है, काफी लोगों का कुनबी पंजीकरण रिकॉर्ड में मिल भी रहा है. लेकिन जिनका सिर्फ मराठा पंजीकरण है उनका क्या, सरकार ने सकल मराठा समाज द्वारा प्रावधान करना चाहिए अन्यथा मराठा समाज आंदोलन करेगा, हमे सियासी आरक्षण से वास्ता नहीं लेकिन नौकरी और शिक्षा में आरक्षण वांछित है.