मनमाड. मनमाड शहर के भीतर से गुजरनेवाला पूना-इंदौर महामार्ग पर स्थित रेलवे ओवर ब्रिज का एक बड़ा हिस्सा बुधवार की सुबह ढह गया। जिसके कारण इस मार्ग की यातयात पूरी तरहा ठप्प हो गई है। ब्रिज का जो हिस्सा गिर पड़ा वह रेलवे लाईन के करीब है। अगर रेलवे लाइन पर यह हिस्सा गिरता तो एक बड़ी दुर्घटना हो सकती थी। इसके अलावा जब ब्रिज का यह भाग गिरा तब वहां से कोई वाहन नहीं गुजर रहा था। जिसके कारण बड़ा हादसा टल गया है।
शहर ब्रिज के दो हिस्सों में बटा हुआ है। इस समय सुरक्षा की दृष्टि से यातायात के लिए ब्रिज पूरी तरह बंद किये जाने के कारण आधे शहर का सम्पर्क टूट गया है। वहीं दूसरा और कोई विकल्प नहीं होने के कारण दूसरी ओर स्कूल किस तरह जाएं, मेडिकल इमरजेंसी में मरीज को उस ओर के अस्पताल में कैसे लेकर जाएं ऐसे कई सवाल नागरिकों द्वारा उठाये जा रहे हैं।
जनता के साथ क्यों की जा रही है लापरवाही
ब्रिज काफी पुराना और कमजोर होने के बावजूद उसकी उचित मरम्मत क्यों नहीं की गयी। ऐसा सवाल भी किया जा रहा है। इस ब्रिज तोड़कर उसकी जगह फ्लायओवर बनाये जाने की मांग की जा रही है। मनमाड शहर के भीतर से गुजरने वाले पूना इंदौर मार्ग पर स्थित ओवर ब्रिज करीब 60 साल से भी ज्यादा पुराना है। इस ब्रिज के ऊपर से रोजाना सैकड़ो वाहनो का वहीं नीचे से ट्रेनों का आवागमन होता है। आज सुबह जब इसका एक हिस्सा ढह गया अचानक हुई इस घटना से खलबली मच गई।
घटना की जानकारी मिलने के बाद पुलिस अधिकारी और तहसीलदार तुरंत घटनास्थल पर पहुचे और उन्होंने यातायात बंद किया। बताया जा रहा है ब्रिज कमजोर होने की जानकारी विधायक सुहास कांदे, इंजीनियर असोसिएशन समेत अन्य कुछ संगठन द्वारा रेलवे प्रशासन एवं सार्वजनिक निर्माण कार्य विभाग को दी गई थी। साथ ही ब्रिज की मरम्मत किये जाने की मांग की गयी थी। उधर आरपीआय ने रास्ता रोको आंदोलन भी किया था। लेकिन इसके बावजूद दोनों विभागों द्वारा इन शिकायतों की ओर ध्यान नहीं दिया गया जिसके कारण आज ब्रिज का एक हिस्सा ढह गया है।
उल्लेखनीय है की मनमाड शहर दो हिस्सों में बटा हुआ है। एक हिस्सा रेलवे ब्रिज के दक्षिण भाग में तो दूसरा उत्तर भाग में स्थित है दोनों हिस्सों को जोडनेवाला एकमात्र रेलवे का यह ओवर ब्रिज है। बड़े अस्पताल, स्कुल, नपा कार्यालय, पुलिस स्टेशन, सरकारी अस्पताल, बैंक, बाजार समिति समेत लगभग सभी महत्वपूर्ण विभाग और कार्यलय एक ओर होने के कारण दूसरे हिस्से के लोगों को इस ओर आना ही पड़ता है। लेकिन ब्रिज पूरी तरह से बंद किये जाने के कारण दोनों ओर के लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है।