एशियन गेम्स में स्वर्ण पदक विजेता एवं पद्मश्री से सम्मानित एथलीट सुधा सिंह गुरुवार को वैवाहिक बंधन में बंध गयीं। 25 जून 1986 को रायबरेली में जन्मी सुधा सिंह का विवाह 24 नवंबर को लखनऊ के होटल क्लर्क अवध में हुआ। वह रायबरेली आधुनिक रेल डिब्बा कारखाने में यह ओएसडी स्पोर्ट्स के पद पर कार्यरत है। बेहद साधारण परिवार से ताल्लुक रखने वाली सुधा सिंह ने अपनी प्रतिभा के बल से खेल की दुनिया में ऊंचा मुकाम हासिल किया है।
एथलेटिक्स में करियर संवारने के लिए सुधा सिंह ने वर्ष 2003 में स्पोर्ट्स हॉस्टल लखनऊ ज्वाइन किया और आगे कदम बढ़ाया। तब से पीछे मुड़कर नहीं देखा। पानी और बाधा को पार करके दौड़ पूरी करने वाले स्टीपल चेज जैसे खेल को खेलने वाली सुधा जीवन की दौड़ में भी किसी रुकावट को अपनी सफलता के आगे नहीं आने दिया।
यही वजह है कि 13 साल की मेहनत के बाद उसे पहले कॉमनवेल्थ गेम्स में मौका मिला, फिर एशियन गेम्स में भागीदारी की। एशियन गेम्स ने तो उसकी किस्मत ही बदल दी। वर्ष 2010 ग्वांझू में स्वर्ण पदक हासिल करके परिवार, जिला, प्रदेश और देश का नाम पूरे विश्व में रोशन कर दिया। उनकी काबिलियत पर 2012 में अर्जुन अवार्ड के बाद लक्ष्मीबाई अवार्ड से सम्मानित किया गया। वर्ष 2021 में उन्हें पद्मश्री से सम्मानित किया गया।