नागपुर। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की स्थानीय पदाधिकारी हिना उर्फ सना मोबिन खान (34) के बहुचर्चित हत्याकांड मामले में मुख्य सूत्रधार अमित उर्फ पप्पू रज्जनलाल साहू (38) सहित 5 आरोपियों के खिलाफ सत्र न्यायालय में मुकदमा दाखिल किया गया है. सरकार की ओर से अनुभवी अधिवक्ता रश्मि खापर्डे मुकदमे का कामकाज देखने वाली हैं.
अमित साहू के अलावा अन्य आरोपियों में फुलर भिटा, ता. शाहपुरा निवासी राजेश सिंह सूरज सिंह ठाकुर, शास्त्रीनगर, जबलपुर निवासी धर्मेंद्र रविशंकर यादव (37), शास्त्रीनगर, जबलपुर निवासी रविशंकर उर्फ रब्बू चाचा भगतराम यादव (55) और गुप्तानगर, जबलपुर निवासी कमलेश कालूराम पटेल (35) का समावेश है.
आरोपियों के खिलाफ 208 पन्नों का आरोपपत्र बनाया गया है. इसमें भादंवि की धारा 364 (अपहरण), 302२ (हत्या), 201 (सबूत नष्ट करने), 120-ब (साजिश रचने), 504 (अपमान करने) और 506 (धमकी देने) जैसे 6 गंभीर अपराधों का समावेश है.
मित्र थे दोनों, डेढ़ साल से थे संपर्क में
सना व अमित मित्र थे. दोनों एक-डेढ़ साल से एक-दूसरे के संपर्क में थे. कटंगी स्थित आशीर्वाद ढाबे में दोनों की भागीदारी भी थी. इसके लिए सना ने अमित को 27 ग्राम की सोने की चेन और बड़ी राशि दी थी. वह साहू से मिलने के लिए नियमित रूप से जबलपुर जाती थी. अन्य आरोपियों से भी उसका परिचय था.
आर्थिक मामलों को लेकर हुआ था विवाद
बताया जाता है कि सना और अमित के बीच आर्थिक मामलों को लेकर फोन पर विवाद हुआ था. दोनों के बीच 1 अगस्त 2023 को रात 9 बजे के आसपास झगड़ा हुआ था. इस बीच सना ने अमित से सोने की चेन और पैसा वापस मांगा था. अमित ने आमने-सामने बातचीत करने के लिए सना को जबलपुर बुलाया था. सना उसी दिन रात 12 बजे के आसपास इंदोरा से ट्रैवल्स की बस से जबलपुर रवाना हुई थी. उसके बाद उसने दूसरे दिन सुबह 6 बजे अपने भांजे इमरान खान को फोन कर जबलपुर पहुंचने की जानकारी दी थी.
बंद हो गया सना का फोन
सना की मां मेहरुन्निशा मोबिन खान ने 2 अगस्त 2023 को दोपहर ढाई बजे के आसपास सना से संपर्क करने का प्रयास किया, मगर उसका फोन बंद था. इसके बाद उन्होंने अमित को फोन किया. अमित ने बताया कि सना उससे झगड़ा करने के बाद चली गई है. उसने बताया कि उसे इस बात की कोई ज़ानकारी नहीं है कि वह कहां गई है.
लापता होने की शिकायत थाने में दर्ज
परिणामस्वरूप मेहरुन्निशा ने सना के लापता होने की शिकायत 3 अगस्त 2023 को मानकापुर पुलिस थाने में दर्ज कराई. इस मामले की जांच कई मामलों में पुलिस के लिए चुनौती भरी रही. कई प्रयास करने के बाद भी अभी तक सना का शव नहीं मिल सका है. इसके बावजूद परिस्थितिजन्य सबूतों के आधार पर पुलिस ने दावा किया है कि सना की हत्या हुई है और यह अपराध इन्हीं आरोपियों ने किया है.
पुलिस का कहना है कि आरोपियों ने सना का शव मेरेगांव के निकट पुल से हिरेन नदी में फेंका था. उसका हैंडबैग भटोली गांव के निकट स्थित पुल से नर्मदा नदी में फेंक दिया गया था. उसके दो मोबाइल फोन भी नर्मदा नदी में फेंककर नष्ट कर दिए गए थे.
परिस्थितिजन्य सबूत बने आधार
आरोपियों के खिलाफ विभिन्न परिस्थितिजन्य सबूत हैं. गिल फार्म राजुल टाउनशिप तिलहरी, जबलपुर स्थित अमित के घर से सना के रक्त से सनी लोहे की बेसबॉल बैट, कपड़े के परदे, बनियान व पायदान मिले हैं. रक्त की जांच करने पर वह रक्त उसकी मां मेहरुन्निशा और बेटे अल्तमश के रक्त से मेल खाया है. धुमा घाट परिसर में सना खान के कपड़े और अल्तमश के आधार कार्ड की ज़ेरॉक्स मिली है. धर्मेंद्र के घर से अमित के दो मोबाइल फोन जब्त किए गए हैं. मोबाइल सीडीआर से स्पष्ट होता है कि आरोपी अपराध-स्थल पर गए थे. पुलिस निरीक्षक शुभांगी के मामले की जांच की है.