नई दिल्ली. चुनाव आयोग ने प्रधानमंत्री मोदी पर निशाना साधते हुए की गईं ‘पनौती’, ‘जेबकतरे’ और कर्ज माफी संबंधी टिप्पणियों के लिए कांग्रेस नेता राहुल गांधी को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। इससे राहुल गांधी की मुश्किलें बढ़ने की संभावना है। राहुल को तय समय के भीतर अपना जवाब देना होगा। यदि चुनाव आयोग कांग्रेस नेता के जवाब से संतुष्ट नहीं होता है तो कार्रवाई भी की जा सकती है।
चुनाव आयोग ने नोटिस जारी करते हुए राहुल गांधी से 25 नवंबर तक जवाब देने के लिए कहा है। नोटिस में बीजेपी की ओर से शिकायत करने का भी जिक्र है। राहुल ने अपने भाषण में कहा था कि जेबकरते होते हैं, जब दो जेब करते किसी की जेब काटना चाहते हैं तो सबसे पहले क्या करते हैं। ध्यान हटाने का काम करते हैं। एक आता है सामने और आपसे कोई बातचीत करता है ताकि आपका ध्यान इधर-उधर हो जाए। इस बीच दूसरा आपकी जेब काट लेता है। जेबकतरा सबसे पहले आपका ध्यान हटाता है। नरेंद्र मोदी जी का काम आपके ध्यान को इधर-उधर करने का है।
इसके अलावा, वर्ल्ड कप फाइनल के बारे में राहुल गांधी ने पीएम मोदी को घेरते हुए कहा था कि कभी क्रिकेट मैच में चला जाएगा, वो बात अलग है कि हरवा दिया। पनौती पीएम मतलब पनौती मोदी। तीसरे जिस बयान का जिक्र किया गया है, उसमें है राहुल ने कहा है कि कभी उदाहरण देता हूं आप पिछले नौ साल में नरेंद्र मोदी जी ने 14,00,000 करोड़ रुपया हिंदुस्तान के सबसे बड़े अरबपतियों का कर्जा माफ किया है।
बीजेपी ने दर्ज करवाई थी शिकायत
बीजेपी ने बीते दिन राहुल गांधी और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के खिलाफ चुनाव आयोग में शिकायत दर्ज करवाई थी। बीजेपी महासचिव राधा मोहन दास अग्रवाल और एक अन्य पदाधिकारी ओम पाठक सहित पार्टी के एक प्रतिनिधिमंडल ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के खिलाफ भी निर्वाचन आयोग से कार्रवाई की मांग की थी।