पिता के मृत्यु प्रमाणपत्र के अनुसार पुश्तैनी खेत पर सातबारा में पंजीयन कर नाम समाविष्ट करने के लिए एक किसान से 10 हजार की रिश्वत मांगने वाली महिला पटवारी समेत दो लोगों को भ्रष्टाचार निरोधक विभाग ने हिरासत में लिया है. विभाग ने यह कार्रवाई बुधवार को मौदा तालुका के चाचेर पटवारी कार्यालय में की. आरोपियों में संमती भवन, इतवारी निवासी सुनीता नेमीचंद घाटे (54) और चाचेर निवासी किशोर किसन वानखेड़े (54) है.
चाचेर में एक किसान के पिता की मृत्यु हो गई. पिता की वसीयत के मुताबिक पुश्तैनी खेत की रजिस्ट्री कर सातबारा पर नाम शामिल करना था. वे मौदा तालुका में चाचेर पटवारी कार्यालय गए. वहां पटवारी सुनीता घाटे ने 3 हजार रुपये की रिश्वत मांगी. समझौते के बाद दो हजार रुपये रिश्वत देना तय हुआ. रिश्वत की रकम कोतवाल किशोर वानखड़े को देना तय हुआ.
इस दौरान किसान ने एसीबी अधीक्षक राहुल माकणीकर और अपर अधीक्षक संजय पुरंदरे से शिकायत की. तदनुसार, बुधवार दोपहर को जाल बिछाया गया. कोतवाल ने दो हजार रुपये की रिश्वत ली और पटवारी सुनीता घाटे को दे दी. इस दौरान पुलिस ने दोनों को हिरासत में ले लिया. उनके पास से रिश्वत की रकम जब्त कर ली गई.