नई दिल्ली. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को जी20 वर्चुअल शिखर सम्मेलन को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि आज की दुनिया चुनौतियों से भरी है। इसमें आपसी विश्वास ही है जो हमें बांधता है, एक-दूसरे से जोड़े रखता है। जब मैंने इस वर्चुअल समिट का प्रस्ताव रखा था, तब मुझे पूर्वानुमान नहीं था कि आज की वैश्विक स्थिति कैसी होगी।
पश्चिमी एशिया क्षेत्र में अस्थिरता और असुरक्षा की स्थिति हम सब के लिए चिंता का विषय है। आज हम सभी का एक साथ आना इस बात का प्रतीक है कि हम सभी मुद्दों के प्रति संवेदनशील हैं और इनके समाधान के लिए एक साथ खड़े हैं।
पीएम मोदी ने कहा कि हम मानते हैं कि आतंकवाद हम सभी को अस्वीकार्य है। नागरिकों की मौत कहीं भी हों निंदनीय है। आज हुए बंधकों की रिहाई के समाचार का हम स्वागत करते हैं। मानवीय सहायता का समय से और निरंतर पहुंचना आवश्यक है। ये सुनिश्चित करना भी जरूरी है कि इस्राइल और हमास की लड़ाई किसी तरह का क्षेत्रीय रूप धारण न कर ले। हमें उम्मीद है कि सभी बंधकों को जल्द ही रिहा कर दिया जाएगा।
उन्होंने कहा कि 21वीं सदी के विश्व को आगे बढ़ते हुए ग्लोबल साउथ की चिंताओं को प्राथमिकता देनी होगी। ग्लोबल साउथ के देश ऐसी अनेक कठिनाइयों से गुजर रहे हैं, जिनके लिए वे जिम्मेदार नहीं हैं। समय की मांग है कि हम विकास एजेंडे को अपना पूर्ण समर्थन दें।
उन्होंने कहा कि पूरी दुनिया में AI के नेगेटिव इस्तेमाल को लेकर चिंता बढ़ रही है। भारत की स्पष्ट सोच है कि AI के वैश्विक रेगुलेशन को लेकर हमें मिलकर काम करना चाहिए। डीपफेक समाज और व्यक्ति के लिए कितना खतरनाक है इसकी गंभीरता को समझते हुए हमें आगे बढ़ना होगा। उन्होंने कहा कि अगले महीने भारत में ग्लोबल एआई पार्टनरशिप समिट का आयोजन किया जा रहा है, मुझे उम्मीद है कि आप सब इसमें भी सहयोग देंगे।
PM मोदी ने कहा कि हमने विकासात्मक एजेंडा के अलावा वैश्विक परिस्थितियां और उनके आर्थिक-सामाजिक प्रभाव पर भी विचार साझा किए। पश्चिम एशिया की गंभीर स्थिति पर आपके विचार सुनने के बाद मैं कह सकता हूं कि जी 20 में कई विषयों पर सहमति है। जैसे- हम सब आतंकवाद व हिंसा की कठोर निंदा करते हैं। मासूम और निर्दोष लोगों खासकर बच्चों और महिलाओं की मौत स्वीकार्य नहीं है। मानवीय सहायता जल्द से जल्द पहुंचाई जाए। मानवतावादी विराम और बंधकों की रिहाई का हम स्वागत करते हैं। इस्राइल-फलस्तीन मुद्दे का 2 स्टेट समाधान जरूरी है। क्षेत्रीय शांति और स्थिरता की बहाली आवश्यक है और कूटनीति, बातचीत ही भू-राजनीतिक तनावों को दूर करने का एकमात्र रास्ता है।
ब्राजील के राष्ट्रपति को शुभकामनाएं दीं
उन्होंने कहा कि मैं ब्राजील के राष्ट्रपति लुइज इनासियो लूला डी सिल्वा को जी 20 की अध्यक्षता के लिए शुभकामनाएं देता हूं। मुझे विश्वास है कि ब्राजील की अध्यक्षता में हम मानवतावादी अप्रोच के साथ आगे बढ़ेंगे और वसुधैव कुटुम्बकम् की भावना से एकजुट होकर वैश्विक शांति, स्थिरता और समृद्धि का मार्ग प्रशस्त करेंगे।