बॉलीवुड एक्टर कार्तिक आर्यन उन चुनिंदा सितारों में से हैं, जिन्होंने बेहद कम वक्त में हिंदी सिनेमा में बड़ा नाम कमाया है. उनकी हालिया रिलीज़ फिल्मों में शहज़ादा को छोड़ दें तो सत्यप्रेम की कथा और भूल भुलैया 2 ने बॉक्स ऑफिस पर अच्छा बिजनेस किया और जमकर कमाई की. हालांकि करोड़ों कमाने वाले कार्तिक आर्यन अपनी मर्जी से एक कार तक नहीं खरीद सकते हैं. जी हां ये सच है. ऐसा क्यों हैं? इसका खुलासा खुद कार्तिक आर्यन ने ही किया है.
हाल ही में एक इंटरव्यू के दौरान कार्तिक आर्यन ने बताया कि वो जो भी कमाते हैं, उनके पैसों से जुड़े सारे लेन देन और बैंकिंग का काम उनकी मां ही संभालती हैं. उन्होंने कहा, ”मेरी मां मेरे पैसे संभालती हैं. मुझे नहीं पता कि मेरे खाते में कितने पैसे हैं या कोई पैसा है भी या नहीं.” अपना एक हालिया किस्सा सुनाते हुए एक्टर ने बताया, ”मैं अपने जन्मदिन पर एक कार खरीदना चाहता था, लेकिन मम्मी ने यह कहकर मना कर दिया कि पैसे नहीं हैं. उन्होने कहा कि शायद अगले साल या कुछ समय बाद, लेकिन अभी नहीं ले सकते.”
‘कभी कभी आता है गुस्सा’
कार्तिक आर्यन ने कहा कि उनकी मां जो उनसे जो भी कहती हैं उसे मानने के अलावा उनके पास कोई और रास्ता नहीं. उन्होंने कहा, “मुझे तो ये भी नहीं पता कि कैसे चेक करू (अकाउंट के पैसे). मुझे नहीं पता अकाउंट कौन सा है.” कार्तिक ने कहा कभी कभी मुझे गुस्सा भी आ जाता है कि आप (मां) मुझे किसी भी चीज में कुछ भी खरीदने की इजाजत नहीं देतीं.
उन्होंने बताया कि ये सिर्फ कार को लेकर नहीं है. ये तो छोटी से छोटी चीज़ के लिए है, जैसे की मेरा रेस्टोरेंट का बिल. अगर मेरा बिल ज्यादा होता है तो वो सवाल करती हैं, “इतना खाना कैसे खाया, जब डाइट पर हो.”
मां पर है गर्व
हालांकि कार्तिक आर्यन को इतना सब सहने के बाद भी अपनी मां माला तिवारी पर गर्व है. दरअसल बेटे के सारे लेन देन की जिम्मेदारी उठाने के लिए उनकी मां ने अपनी मेडिकल प्रैक्टिस छोड़ दी. ऐसा इसलिए क्योंकि वो नहीं चाहती थीं कि उनका बेटा पैसों का गलत इस्तेमाल करे. उन्होंने बताया, “वो नहीं चाहती कि मैं खराब हो जाऊं. उन्हें लगता है कि मैं अभी भी खराब हो सकता हूं. मैंने ऐसी जिंदगी जी है, जिसमें मैंने अपनी कमाई से ज्यादा खर्च किया है…इसलिए उन्होंने फैसला लिया कि इसको पॉकेट मनी में ही रखो, उसमें सुधरा रहेगा.”