नागपुर. 22 जनवरी को अयोध्या में राम मंदिर का लोकार्पण समारोह आयोजित किया जाएगा. जो श्रद्धालु इच्छा के बावजूद अयोध्या नहीं जा सकते, उनके लिए समारोह का गांव-गांव में सीधा प्रसारण किया जाएगा. 1 से 15 जनवरी के दौरान घर-घर जाकर अयोध्या से लाए गए अक्षतों का वितरण कर राम भक्तों को आमंत्रित किये जाने की जानकारी विहिंप के मंदिर एवं अर्चक पुरोहित आयाम के महाराष्ट्र व गोवा क्षेत्र संपर्क प्रमुख अनिल सांबरे ने दी. सांबरे ने बताया कि देश के 4 लाख मंदिरों में कार्यक्रम की योजना बनाई गई है.
गांव का एक भी घर नहीं छूटेगा ऐसा नियोजन किया गया है. महाराष्ट्र और गोवा में राम मंदिर समेत अन्य मंदिरों की सूची तैयार की गई है. 22 जनवरी से 10 दिनों तक हर गांव में कार्यक्रम आयोजित किये गये हैं. 1 दिसंबर 2023 से 15 जनवरी 2024 के बीच भक्?तिमय वातावरण निर्माण करने के लिए भारतीय संस्कृति ज्ञान प्रतियोगिता, रामायण प्रश्नोत्तरी, रामायण पर आधारित एकांकी प्रतियोगिता, समूह गीत एवं भजन कीर्तन, राम पोस्टर प्रतियोगिता, अखंड राम नाम जप आदि का आयोजन किया गया है.
सेवा बस्ती एवं पिछड़ी बस्तियों में कार्यक्रम आयोजित कर दिव्यांग, रिक्शा चालक, अनाथ, कूड़ा बीनने वाले सभी तक प्रभु श्रीराम पहुंचे, इस तरह का नियोजन किया गया है. 22 जनवरी को हर गांव के घरों के सामने रंगोली बनाने के बाद सभी मंदिरों में लाइव प्रसारण की व्यवस्था की जाने वाली है. सांबरे ने बताया कि 22 जनवरी को घर-घर दीपक पहुंचाने की योजना बनाई गई है, जिससे हर घर को कम से कम 5 दीपक पहुंचाने का कार्य किया जाएगा.
अयोध्या में जनवरी में होने वाले राम मंदिर के लोकार्पण समारोह के लिए विहिप के प्रत्येक प्रांत से पांच-पांच हजार श्रद्धालुओं को अयोध्या ले जाया जाएगा. इन पांच हजार भक्तों के अलावा सभी ग्रामीणों को निमंत्रण पत्र और अक्षत दिया जाएगा. इसके लिए 5 नवंबर को अयोध्या में अक्षत का वितरण किया गया था. प्रत्येक प्रांत को 5 किलो अक्षत दिया गया.अक्षत का वितरण उनके संबंधित प्रांतों में जिलेवार और ब्लॉकवार किया जाएगा. घर-घर देने के लिए शादियों की तरह छोटे-छोटे पाउच तैयार करने के निर्देश दिए गए हैं.