नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को डीपफेक टेक्नोलॉजी को खतरा बताया। उन्होंने कहा कि एक वीडियो में मुझे गरबा गीत गाते दिखाया गया है, ऐसे कई वीडियो आॅनलाइन पड़े हुए हैं।
मोदी ने यह भी कहा कि यह समझना बहुत जरूरी है कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) कैसे काम करता है, क्योंकि इसका उपयोग जानबूझकर गलत जानकारी फैलाने या दुर्भावनापूर्ण इरादे के लिए किया जा सकता है। प्रधानमंत्री ने ये बातें भाजपा मुख्यालय में दिवाली मिलन कार्यक्रम के दौरान कहीं।प्रधानमंत्री ने मीडिया से अपील की कि वह लोगों को एआई के निगेटिव इफेक्ट्स बताए, ताकि गलत और नुकसान पहुंचाने वाला कंटेंट फैलने से रुके।
डीपफेक बनाने और फैलाने पर सजा का प्रावधान
केंद्र सरकार ने साफ कर दिया है कि डीपफेक बनाने और फैलाने पर एक लाख का जुर्माना और तीन साल की जेल हो सकती है।
रश्मिका और काजोल के डीपफेक वीडियो से मचा था बवाल
हाल ही में एक्ट्रेस रश्मिका मंदाना और काजोल का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था। पहले रश्मिका मंदाना का एक डीपफेक वीडियो आया, जिसमें एआई टेक्नोलॉजी से एक इन्फ्लूएंसर के चेहरे में बड़ी सफाई से रश्मिका का चेहरा मॉर्फ किया गया था। फिर काजोल का वीडियो आया, जिसमें वे ड्रेस चेंज करते हुए दिखीं।
फैक्ट चैकिंग प्लेटफॉर्म बूम की मानें तो यह वीडियो काजोल का नहीं, बल्कि किसी सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर का है। इसे जून 2023 में सोशल मीडिया पर ‘गेट रेडी विद मी’ ट्रेंड के तहत अपलोड किया गया था।
क्या है डीपफेक
आज के डिजिटल दौर में कई बार गलत खबरें और भ्रामक जानकारियां इंटरनेट की मदद से लोगों तक पहुंचाई जा रही हैं। ऐसे ही वीडियो भी पहुंचाए जाते हैं। इसे डीपफेक कहते हैं। इसमें असली और नकली की पहचान बेहद मुश्किल होती है। इसमें आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस तकनीक (एआई) और मशीन लर्निंग सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल किया जाता है।
इनका उपयोग करके मीडिया फाइल जैसे फोटो, आॅडियो और वीडियो की परिवर्तित कॉपी तैयार की जाती है, जो वास्तविक फाइल की तरह ही दिखती है। सरल भाषा में कहें तो डीपफेक, मॉर्फ वीडियो का ही एडवांस रूप है।
छठ पूजा उत्सव ग्लोबल हुआ : मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि छठ पूजा उत्सव ग्लोबल हो गया है। हमारे त्योहार अब ग्लोबल हो रहे हैं। दुनिया बेहद कठिन दौर से गुजरी है। मानव जाति के इतिहास में कोविड काल बेहद दर्दनाक है, जिसकी वजह से कई चीजें बदली हैं। हमारे कोविड के बाद पहली बार त्योहार का आनंद आया है।
‘वोकल फॉर लोकल’ के आह्वान को लोगों का समर्थन मिला है। इस एक सप्ताह में 4.5 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा का करोबार हुआ है। ये देश के लिए बहुत बड़ी बात होती है। इससे हर छोटे-मोटे व्यक्ति की कमाई होती है। मैं इसी ताकत के आधार पर कहता हूं कि हम ‘विकसित भारत‘ के संकल्प को सफलतापूर्वक आगे बढ़ा सकते हैं।