देश की आर्थिक राजधानी मुंबई को जलापूर्ति करने वाले 7 जलाशयों में एक साल का पर्याप्त जल भंडारण है। हालांकि मुंबई, ठाणे और भिवंडी मनपा क्षेत्र के कई इलाकों में जल संकट का खतरा निर्माण हो गया है। मुंबई को जलापूर्ति करने वाले पाइस बांध में न्यूमेटिक गेट सिस्टम में एयर ब्लैडर को बदलने का निर्णय लिया गया है। इस कार्य की वजह से मुंबई, ठाणे और भिवंडी के कई इलाके में जलापूर्ति प्रभावित होगी। प्रशासन ने सोमवार 20 नवंबर से शनिवार 2 दिसंबर 2023 तक कई क्षेत्रों में 10 प्रतिशत पानी कटौती करने का निर्णय लिया है।
बीएमसी प्रशासन की ओर से सभी नागरिकों से उक्त कालावधि में पानी कटौती से एक दिन पहले आवश्यक जल भंडारण रखने की जानकारी दी जाएगी। बीएमसी प्रशासन ने सभी से जल कटौती अवधि के दौरान पानी का संयमित उपयोग करने और प्रशासन को सहयोग करने का अनुरोध किया है। पाइस बांध एक कम पानी वाला जलाशय है जो भातसा झील से पानी का भंडारण और चैनलाइज करता है, जो मुंबई को पानी की आपूर्ति करने वाली सात झीलों में से एक है। इसके काम की वजह से मुंबई, भिवंडी और ठाणे जिले के कई हिस्सों में 20 नवंबर से 2 दिसंबर के बीच पानी की आपूर्ति में कटौती का सामना करना पड़ेगा। पाइस बांध से ठाणे में कई औद्योगिक और आवासीय इलाकों में पानी की आपूर्ति की जाती है।
13 दिनों तक रहेगी कई इलाकों में जलापूर्ति प्रभावित
बीएमसी ने गुरुवार को एक बयान जारी कर कहा कि पाइस बांध पर न्यूमेटिक गेट सिस्टम में एयर ब्लैडर को बदलने का काम सोमवार 20 नवंबर से शुरु किया जाएगा। इस काम की वजह से 13 दिनों तक मुंबई मेट्रोपॉलिटन क्षेत्र में पानी की आपूर्ति प्रभावित होगी। इसके अलावा ठाणे और भिवंडी मनपा के अधीन कई इलाके भी इस अवधि के दौरान प्रभावित होंगे। पिछले वर्ष 2022 में 1 से 10 नवंबर तक किए गए इस काम में भी कई इलाकों को जल संकट से जूझना पड़ा था।
पाइस प्लांट की विशेषता
भांडुप के अलावा बीएमसी के पास पिसे और पंढरपुर उपचार संयंत्र हैं। पाइस में तीन पंपिंग स्टेशन हैं जो पानी उठाते हैं और इसे सेक्शन प्लांट के माध्यम से पंढरपुर भेजते हैं। पंढरपुर यहां से आठ किलोमीटर दूर है। फिर शुद्ध पानी को येवई हिल में भेजा जाता है, जहां एक मास्टर बैलेंसिंग जलाशय है। इस फिल्टर किए गए क्लोरीनयुक्त पानी को मुख्य लाइनों के माध्यम से मुंबई में आपूर्ति की जाती है, जिसका व्यास 2,345 मिमी है।