नागपुर. नागपुर जिले में महज 4 दिनों में 23 लाख से ज्यादा पंजीयनों की जांच की गई. इसमे 2 लाख 33 हजार लोगों के पास कुनबी होने का दावा जिला प्रशासन ने किया है.
जिले के महानगर और ग्रामीण क्षेत्रों में कुनबी जाति पंजीकरण का निरीक्षण शुरू हो गया है. यह 13 अक्तूबर 1967 से पहले के रिकॉर्ड की जांच कर रही है. 3 स्तरों पर 3 समितियों के माध्यम से कार्यान्वयन किया गया. 7 से 10 नवंबर तक 4 दिनों में 23 लाख 22 हजार 283 रिकॉर्ड चेक किए गए. इनमें कुनबी के 2 लाख 33 हजार 653 रिकार्ड, मराठा कुनबी के 35 और कुनबी मराठा के 11 पंजीयन होने की जानकारी समिति के समन्वय एवं उपजिलाधिकारी सुभाष चौधरी ने दी. इससे यह स्पष्ट हो गया है कि नागपुर जिले में भारी संख्या में कुनबी समाज है.
मराठा समुदाय के व्यक्तियों को मराठा-कुनबी, कुनबी-मराठा जाति प्रमाण पत्र जारी करने की प्रक्रिया निर्धारित करने के लिए सेवानिवृत्त न्यायाधीश संदीप शिंदे की अध्यक्षता में एक समिति का गठन किया गया है. इस आधार पर मराठा कुनबी लोगों को खोजने के लिए एक अभियान शुरू किया गया. मुख्यमंत्री शिंदे ने इस प्रक्रिया को पूरे राज्य में मिशन मोड पर लागू करने का निर्देश दिया था. तदनुसार, उपायुक्त (सामान्य) प्रदीप कुलकर्णी को नागपुर संभाग के लिए विभागीय समन्वय अधिकारी के रूप में नियुक्त किया गया था.
पहले ही कई लोगों को मिला है कुनबी प्रमाणपत्र
जिला स्तर पर जिलाधिकारी की अध्यक्षता में एक समिति, कार्यान्वयन के लिए अतिरिक्त जिलाधिकाकारी की एक समिति और तहसील स्तर पर तहसीलदारों की अध्यक्षता में एक समिति नियुक्त की गई. नागपुर जिले के लिए निवासी उपजिलाधिकारी चौधरी को समन्वय अधिकारी नियुक्त किया गया. जिले में कई लोगों को पहले ही कुनबी प्रमाणपत्र मिल गया है, इसलिए यह समस्या यहां ज्यादा महसूस नहीं होगी. यहां मुख्य रूप से कुनबी प्रमाणपत्र दिया गया है.