महान सूफी हजरत बाबा ताजुद्दीन की छब्बीसवीं शरीफ शनिवार को ताजाबाद दरगाह परिसर में हर्षोल्लास के साथ मनाई गई. छब्बीसवीं के अवसर पर हजरत बाबा ताजुद्दीन ट्रस्ट की ओर से विभिन्न धार्मिक कार्यक्रम आयोजित किए गए.
सर्वप्रथम सुबह 9 बजे ट्रस्ट ऑफिस से ट्रस्ट के पदाधिकारियों व खादिमों द्वारा परचम उठाया गया. इसके बाद दरगाह परिसर में परंपरागत परचम कुशाई की रस्म अदा की गई. परचम की रस्म अदायगी में बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं का हुजूम उमड़ा.
इस अवसर प्रमुख रूप से हजरत बाबा ताजुद्दीन ट्रस्ट के चेयरमैन प्यारे जिया खान, सचिव ताज अहमद राजा, उपाध्यक्ष डॉ.सुरेंद्र जिचकार, ट्रस्टी हाजी इमरान ताजी, गजेंद्रपाल सिंह लोहिया, बुर्जिन रांडेलिया, हाजी फारुखभाई बावला, मुस्तफा टोपीवाला, दरगाह के सज्जादानशीन सैयद तालीफ़ ताजी, सैयद जरबीर ताजी, ताजाबाद खुद्दाम दरगाह कमेटी के अध्यक्ष सैयद मोबीन ताजी, प्यारु ताजी व ताजाबाद शाही मस्जिद के इमाम साहब आदि उपस्थित थे.
परचम के बाद बाबा ताजुद्दीन की दरगाह में चादर और फूल पेश की गई. इस के बाद सलातो सलाम पढ़ा गया और मुल्क में अमन व शांति के लिए दुआ मांगी की गई.
छब्बीसवीं पर विशेष रूप से दिनभर लंगर खाने में लंगर वितरण का कार्यक्रम चला. रात 9 बजे दरगाह परिसर में मिलाद शरीफ का आयोजन भी किया गया. इसके बाद स्थानीय कव्व्वालों द्वारा बाबा ताजुद्दीन व अन्य सूफी संतो की शान में सूफियाना कलाम पढ़े गए.