नई दिल्ली: कहा जाता है जब किसी को कुछ करने की चाह होती है तो कोई भी उसे रोक नहीं पता है। ना कोई बाधाएं, ना कोई दिक्कतें और ना ही उम्र। ऐसी ही एक महिला हैं, जिन्होंने उम्र की बाधाओं को तोड़कर वो कर दिखाया है, जिसकी वजह से पूरे देश का नाम रोशन हो रहा है। हम बात कर रहे हैं नई दिल्ली की विश्व चैंपियन 95 वर्षीय भगवानी देवी डागर की। जिन्होंने अब 22वीं एशियाई मास्टर्स एथलेटिक्स चैंपियनशिप, न्यू क्लार्क सिटी, फिलीपींस में 3 स्वर्ण पदक हासिल करके एशियाई चैंपियन बन गई हैं।
दरअसल, भगवानी देवी डागर ने शॉटपुट, डिस्कस और जेवलिन थ्रो में गोल्ड मेडल जीता है। ऐसा करके वह एशियाई चैंपियन बन गई है। उनका कहना है कि उम्र सिर्फ एक संख्या है और जो उन्हें किसी भी चीज़ के लिए रोक नहीं सकती है। वह आज भी तंदरुस्त और सेहतमंद हैं।
ज्ञात हो कि, भगवानी देवी डागर की उम्र 95 वर्ष है। उन्होंने फिलीपींस के न्यू क्लार्क सिटी में आयोजित 22वीं एशियाई मास्टर्स एथलेटिक्स चैंपियनशिप में तीन स्वर्ण पदक जीते हैं। नई दिल्ली की रहने वाली देवी ने प्रतियोगिता में शॉटपुट, डिस्कस थ्रो और भाला फेंक स्पर्धाओं में स्वर्ण पदक जीते हैं। वह पहले से ही विश्व चैंपियन हैं। ऐसे में अब उनके पास एशियाई खेल का भी ताज आ गया है।