मुंबई। महाराष्ट्र में एनसीपी में हुई टूट और मराठा आरक्षण आंदोलन की पृष्ठभूमि में हुए ग्राम पंचायत चुनाव में सरकार में शामिल तीनों दलों ने शानदार प्रदर्शन किया है. बीजेपी सबसे बड़ी पार्टी बन कर उभरी है, वहीं ठाकरे और शरद पवार गुट को बड़ा झटका लगा है. जबकि कांग्रेस चौथे नंबर पर रही है. चुनाव परिणाम में एनडीए को 852 और महाविकास अघाड़ी को 569 सीटों पर जीत मिली है. 419 सीटों पर निर्दलीय उम्मीदवार चुनाव में सफल हुए हैं.
सबके अपने-अपने दावे
भाजपा प्रदेशाध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले, भाजपा नागपुर जिलाध्यक्ष सुधाकर कोहले, एनसीपी के अनिल देशमुख के अपने ही उम्मीदवारों के भारी संख्या में जीतने का दावा किया है. बावनकुले ने दावा किया है कि राज्य में बीजेपी समर्थित 1000 से अधिक सरपंच चुने गए हैं, जबकि राज्य में एनडीए ने 1700 से अधिक सीटों पर दर्ज दर्ज की है.
ग्राम पंचायत चुनाव में 74 फीसदी से ज्यादा वोटिंग
इन ग्राम पंचायत चुनावों के जरिए राज्य की ग्रामीण जनता ने सीधे 2498 संरपंचों का चुनाव किया है, क्योंकि 2359 ग्राम पंचायतों के साथ-साथ सरपंचों के खाली पड़े 130 पदों के लिए भी रविवार को उपचुनाव हुए हैं. इसके साथ ही 2950 ग्राम पंचायत सदस्य भी चुनाव हुए हैं.
शिवसेना और एनसीपी में हुई टूट और साथ ही राज्य में मराठा आरक्षण की आग के बीच रविवार को 2 हजार 359 ग्राम पंचायतों के लिए मतदान हुआ. आज इन वोटों की गिनती शुरू है. ऐसे में ये उम्मीद लगाई जा रही है कि इसके परिणाम से बहुत हद तक महाराष्ट्र की राजनीति का गणित पता चल जाएगा. इस बात का अंदाजा लगाया जा सकता है राज्य में ग्रामीण मतदाता कांग्रेस-उद्धव ठाकरे और शरद पवार की ह्यमहा विकास आघाडीह्ण के साथ है या फिर बीजेपी-एकनाथ शिंदे और अजित पवार की महायुति के साथ.
नतीजों ने बीजेपी को फिर एक बार राज्य में नंबर एक पार्टी बना दिया है. केवल बीजेपी ही नहीं एनडीए गठबंधन का भी चुनाव में शानदार प्रदर्शन देखने को मिल रहा है. चुनाव इस लिहाज से भी महत्वपूर्ण है, क्योंकि एनसीपी में हुई बगावत और मराठा आरक्षण आंदोलन राज्य में तूल पकड़ रहा था. ऐसे में जानकारों का मानना था की इन सबका विपरीत परिणाम नतीजों में देखने मिल सकता है.
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के दो फाड़ होने के बाद चाचा शरद पवार और भतीजे अजित पवार के बीच पहला चुनावी मुकाबला है। इसके अलावा शिवसेना (उद्धव गुट) और शिवसेना (शिंदे गुट) के ताकत का फैसला भी महाराष्ट्र पंचायत चुनाव में होना है।
शिवसेना (शिंदे गुट) 235, अजित एनसीपी को 321 पंचायतें
प्रदेश की सरकार की अगुवाई कर रही शिवसेना (शिंदे गुट) को भी 235 पंचायतों में जीत मिली है। अजित पवार के गुट वाली एनसीपी ने भी 321 पंचायतों पर कब्जा किया है।
शिवसेना ठाकरे 94, कांग्रेस 137, एनसीपी शरद गुट को 142 सीटें
शिवसेना के उद्धव ठाकरे गुट को 94,कांग्रेस को 137 और शरद पवार की खेमे वाली एनसीपी को 142 पंचायतों में सफलता मिली है। छत्रपति संभाजी नगर, नाशिक, सांगली, धुले और कोल्हापुर में बीजेपी गठबंधन ने बाजी मारी है।
अजीत पवार गुट ने बारामती में दिखाई ताकत
एनसीपी में हुई फूट के बाद शरद पवार के गढ़ बारामती की 18 ग्राम पंचायत पर अजीत पवार गुट का वर्चस्व साफ दिखा. सरकार में साथ होने बावजूद अजीत पवार गुट का मुख्य मुकाबला यहां बीजेपी और शरद गुट के साथ था. इस चुनाव में उद्धव ठाकरे और शरद पवार गुट को बड़ा नुकसान हुआ है.
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बीआरएस की महाराष्ट्र में एंट्री
तेलंगाना की भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) पार्टी ने ग्राम पंचायत चुनावों के जरिए महाराष्ट्र में पैर जमाने की कोशिशें शुरू कर दी हैं. महाराष्ट्र में 2 हजार 359 ग्राम पंचायतों के नतीजे धीरे-धीरे सामने आ रहे हैं. ग्राम पंचायत चुनाव में बीजेपी, शिवसेना (शिंदे), एनसीपी (अजित पवार) के साथ-साथ बीआरएस पार्टी को भी सफलता मिली है.
बीआरएस ने पंढरपुर में 6, भंडारा में 9 सीटें जीती
तेलंगाना के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव की बीआरएस पार्टी ने महाराष्ट्र में 15 ग्राम पंचायतों में जीत हासिल की है. बीआरएस ने पंढरपुर में 6 और भंडारा में 9 सीटें जीती हैं। भंडारा में 9 ग्राम पंचायतों पर बीआरएस पार्टी ने झंडा गाड़ा है. भंडारा जिले की 66 ग्राम पंचायतों में से 20 के नतीजे सामने आ गए हैं. बीजेपी और कांग्रेस पार्टी अब तक दो-दो ग्राम पंचायतें जीतने में कामयाब रही हैं. एक ग्राम पंचायत में शरद पवार की एनसीपी को जीत मिली.
भंडारा ग्राम पंचायत परिणाम
कुल ग्राम पंचायत- 66/20
बीजेपी – 2
शिंदे ग्रुप – 0
ठाकरे ग्रुप – 0
अजित पवार ग्रुप – 6
शरद पवार ग्रुप – 1
कांग्रेस – 2
बीआरएस – 9
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नितिन गडकरी के गांव में कांग्रेस का सरपंच
भाजपा नेता और केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी के मूल गांव धापेवाड़ा ग्रा.पं. में कांग्रेस समर्थित उम्मीदवार मंगला राजेश शेटे सरपंच चुनी गई हैं. उन्होंने भाजपा समर्थित गुट की सरपंच पद की उम्मीदवार निशा सुधाकर खडसे को 6 मतों से हरा दिया. धापेवाड़ा ग्राम पंचायत में में कांग्रेस समर्थित गुट ने 17 में से 10 सीटों पर, जबकि भाजपा समर्थित गुट ने 6 सीटों पर जीत दर्ज की.