कोयला कारोबारी को 5.39 करोड़ की ठगी करनेवाले आरोपी मंगेश पाटेकर को आर्थिक शाखा ने आज बेंगलुरु से गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार आरोपी मंगेश पाटेकर (दिनेश कदम) है. पहले अमन पांडे को मुंबई और मंदार कोलते को कोल्हापुर से इस मामले में पकड़ा गया था. इस रैकेट के दूसरे पीड़ित भी शिकायत दर्ज कराने के लिए सामने आने लगे हैं.
गौरतलब है कि आर्थिक अपराध शाखा ने 7 अक्तूबर को दिघोरी निवासी कोयला व्यापारी अंकुर अग्रवाल की शिकायत पर ठगी का मामला दर्ज किया था. इस प्रकरण में 19 लोगों को, जिनमें मंदार कोलते (45), यूनुस शेख (40) नागपुर, मुकेश चव्हाण (36) रायगढ़, गोयल उर्फ सूरज डे (45), मंगेश पाटेकर उर्फ दिनेश कदम (44), मोहनिश उर्फ राहुल (35), अमन पांडे (40), भारत उर्फ सुलेमान (40), दिनेश मिश्रा (42) अजय वाघमारे (33), राकेश कुमार (50), राजू मंडल (45), राहुल गायकवाड़ (28), संदीप पाटिल (33) अल्पेश पटेल (33), करण (35), दिनेश जोशी (45) तथा विक्रांत (47) शामिल है, आरोपी बनाया गया था.
आरोपी मंदार कोलते ने खुद को एक्टिस नेटवर्क्स इंडिया प्रा. लि. कंपनी का एजेंट बताया था. उसने अग्रवाल को कंपनी में निवेश करने पर हर तीन-तीन माह में 20 प्रतिशत मुनाफा देने का झांसा दिया था. बाद में उसने अपने अन्य साथियों से भेंट कराई. इसके बाद अग्रवाल ने निवेश किया. मंदार को निवेश की 10 प्रतिशत राशि कमिशन के तौर पर मिली थी.
आर्थिक अपराध शाखा द्वारा मामला दर्ज करने के बाद आरोपियों के दूसरे पीड़ित भी सामने आए हैं. अग्रवाल की तर्ज पर एक महिला को एक करोड़ का चूना लगाया गया है. महिला की इस शिकायत की भी आर्थिक शाखा जांच कर रही है. इस रैकेट के खिलाफ आगामी दिनों में और कई मामले दर्ज होने की संभावना व्यक्त की जा रही है.
इस रैकेट का बेंगलुरु में भी कार्यालय है. वहां पर ही मंगेश पाटेकर के छुपे होने का पता चलने पर आर्थिक शाखा ने दबिश दी. ये दोनों ही वहीं पर पुलिस के हाथ लगे हैं. कार्यालय से नोट गिनने की मशीन तथा सनी दस्तावेज भी बरामद किए गए हैं। यह करवाई डीसीपी अर्चित चांडक के मार्गदर्शन में आर्थिक अपराध शाखा की टीम की है।