मुंबई. शिवसेना ने उद्धव ठाकरे के नेतृत्व में दशकों बाद समाजवादी परिवार के साथ नजदीकी बढ़ाई है। रविवार को बांद्रा के एमआईजी क्लब में शिवसेना (उद्धव गुट) नेताओं और समाजवादी परिवार की 21 विभिन्न संस्थाओं और दलों के नेताओं की एक महत्वपूर्ण बैठक हुई। बैठक का आयोजन जनता दल (यू) के समाजवादी विधायक कपिल पाटिल ने किया था। इसमें उद्धव ठाकरे मौजूद थे। वहीं समाजवादी परिवार की तमाम संस्थाओं के बड़े लोग भी उपस्थित थे। बैठक में उद्धव ठाकरे ने समाजवादी परिवार से आने वाले चुनाव में शिवसेना (यूबीटी) का साथ देने की अपील की। कपिल पाटील ने उद्धव को भरोसा दिलाया कि शिवसेना अब इंडिया अलायंस का घटक पक्ष है और महाराष्ट्र में उद्धव के नेतृत्व में इंडिया अलायंस चुनाव लड़ने जा रहा है, इसलिए समग्र समाजवादी परिवार शिवसेना (यूबीटी) के साथ है। उद्धव ने कहा कि समाजवादी और शिवसेना दोनों बड़ी ताकतें हैं। समाजवादियों के पास विचार है, कैडर है, तो फिर डर किस बात का? हम मिलकर उन्हें (बीजेपी) हरा सकते हैं। वहीं एसपी और उद्धव गुट की शिवसेना के साथ आने पर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने निशाना साधा है।
आरएसएस पर उद्धव ने साधा निशाना
बैठक में उद्धव ने कहा कि स्वतंत्रता की लड़ाई हो या संयुक्त महाराष्ट्र का आंदोलन हो या फिर आपातकाल के खिलाफ संघर्ष इस सब में समाजवादी विचारधारा के लोग सबसे आगे थे। पर संघ कहां था? उद्धव ने कहा कि संघ का हाथ सिर्फ तोड़ने-फोड़ने में होता है। समाजवादी विचारधारा के लोगों ने देश गढ़ने में महत्वपूर्ण योगदान दिया है।
टारगेट पर बीजेपी
बीजेपी पर निशाना साधते हुए उद्धव ने कहा कि 1987 में विधानसभा उपचुनाव के बाद बीजेपी ने शिवसेना के साथ हाथ मिलाया, जिससे प्रदर्शित हुआ कि हिंदू वोट को एकजुट कर चुनाव जीता जा सकता है। लेकिन आज बीजेपी दूसरों को ‘नष्ट’ करके आगे बढ़ना चाहती है और फिलहाल वह किसी को अपने साथ नहीं चाहती।
‘हिंदुत्व विचारधारा में मिलावट जैसा’
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने आरोप लगाया कि शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे-यूबीटी) के नेता उद्धव ठाकरे ने उन समाजवादियों को बढ़ावा देने का पाप किया है जिन्होंने शिवसेना के संस्थापक बाल ठाकरे का उनके जीवनकाल में अपमान और विरोध किया था। शिंदे ने आरोप लगाया कि समाजवादी नेताओं के साथ हाथ मिलाने का कदम हिंदुत्व विचारधारा में ‘मिलावट’ करने जैसा है। शिंदे ने कहा, ‘यहां तक कि बालासाहेब ठाकरे भी कांग्रेस और समाजवादियों से हाथ मिलाने के ऐसे कृत्य को माफ नहीं करेंगे। उद्धव ठाकरे ने उन समाजवादियों से हाथ मिलाकर पाप किया है जिन्होंने बालासाहेब ठाकरे का उनके जीवनकाल में अपमान और विरोध किया।’